जिला प्रशासन एवं तहसील प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराए जाने की मांग
कालपी जालौन शहर के बीचों बीच स्थित राम चबूतरा क्षेत्र में इन दिनों सत्ताधारी दल के नेताओं के खास होने का ढिंढोरा पीटने वाले एक भू माफियाओं के सिंडीकेट ने गाटा संख्या 2125 से लेकर 2128 तक जो करीब 10 हेक्टेयर से ज्यादा भूमि बताई जा रही है उसमें बिक्री का नया अनोखा अंदाज ईजाद किया है बताते हैं कि उक्त माफिया द्वारा 100-100 रुपए के स्टांप में किसी से 50,000 की किसी से 20,000 इत्यादि रुपए लेकर औने पौने दाम में उक्त भूमि में स्वयं का कब्जा बता कर लिखा पढ़ी की जा रही है और जमीनों में कब्जा कराया जा रहा है आरोप तो यहां तक है कि नगरपालिका का स्टाफ भी संलिप्त है आखिरकार एक ओर जहां राजस्व विभाग प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार ,हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट अवैध कब्जों को हटा रही है ऐसे में किस राजस्व कर्मी ने इतनी हिम्मत जुटाई कि गाटा संख्या 2125 से लेकर 2128 की बेशकीमती भूमि जो नगरपालिका के अभिलेखों में बीहड़ में दर्ज है उस बेशकीमती जमीन को औने पौने दामों में बेचने का दुस्साहस किया है सत्तारूढ़ पार्टी के स्थानीय नेता हैं जो ऐसे भू माफियाओं के सिंडिकेट को पराश्रय दे रहे हैं ऐसा आरोप है अब इसमे कितनी सच्चाई है यह भविष्य के गर्भ में है आखिरकार ऐसे में जहां न्याय प्रिय उपजिलाधिकारी आईएएस अंकुर कौशिक जी हो वहां आखिरकार सूबे के मुखिया के आदेशों के विपरीत कार्यों को अंजाम देने वाले माननीय कौन हैं ? इसकी जांच भी हो और जांच में दोषी पाए जाने पर ऐसे लोगों का चेहरा भी बेनकाब होना चाहिए दंड भी मिलना चाहिए!ताकि स्वयं को सत्ता का हितैषी बता कर, फिर कोई सत्ता की नीतियों के विरोध में कार्य को अंजाम ना दे सके।
किसी भी सूरत में ऐसा नहीं होने दिया जाएगा – चेयरमैन प्रतिनिधि
कालपी नगर पालिका परिषद की सीमा के अंतर्गत सरकारी भूमि पर किसी भी सूरत में भू माफियाओं के मंसूबे पूरे नहीं होने दिए जाएंगे उक्त बातें नगर पालिका परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि जगजीवन अहिरवार ने कहीं। श्री अहिरवार ने कहा कि इस मामले को शीघ्र दिखाएंगे यदि ऐसा कोई मामला है तो शीघ्र ही इसकी जांच कराई जाएगी और इस संदर्भ में कालपी उप जिला अधिकारी /अधिशासी अधिकारी कालपी से वार्ता करके कार्रवाई अमल में लाई जाएगी जरूरत पड़ने पर उच्चाधिकारियों से बात कर कार्रवाई की जाएगी यदि किसी ने इन गाटा संख्या के ऊपर कोई अनैतिक कब्जा किया भी है तो उन्हें बेदखल करवाया जाएगा और सरकारी जमीन को बेचने व खरीदने वाले दोनों लोगों को जेल भिजवाया जाएगा।