उरई (जालौन )। मामला जनपद जालौन के नियामतपुर का है जहां ग्रामीणों ने इंडियन बैंक शाखा के कर्मचारियों पर परेशान करने का आरोप लगाया और बताया कि बैंक में प्राइवेट तौर पर कार्य कर रहे कर्मचारियों द्वारा जानबूझकर परेशान किया जाता है ईकेवाईसी नहीं की जा रही है और बाहर से ईकेवाईसी करवाने के लिए बोला जाता है जहां पर 200 रुपए भी मांगे जाते हैं जनपद जालौन के कालपी तहसील के नियामतपुर में ग्रामीणों ने इंडियन बैंक शाखा के कर्मचारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों से की है जिसमें ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि बैंक में घंटों लाइन लगाने के बाद भी ग्रामीणों का काम जब तक नहीं किया जाता है जब तक उनको कमीशन का पैसा नहीं दिया जाता बैंक में कुछ प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा काम किया जा रहा है उनको अगर सुविधा शुल्क दे दी जाए तो काम तुरंत कर दिया जाता है अगर उनको सुविधा शुल्क नहीं दी जाती है तो वह उपभोक्ताओं को चक्कर पर चक्कर कटवाते रहते हैं और कहते हैं तुम्हारा काम नहीं हो पाएगा ईकेवाईसी के लिए महीनों से चक्कर लगा रहे हैं ग्रामीण लेकिन उनसे कहा जाता है कि ईकेवाईसी करवाना है तो सर्वर नहीं आ रहा है इसके लिए आपको बाहर से ईकेवाईसी करवाना पड़ेगा जब बाहर जाकर उपभोक्ता ईकेवाईसी करवाते हैं तो वहां पर ईकेवाईसी के नाम पर 200 रुपय मांगे जाते हैं और बैंक में जानबूझकर ईकेवाईसी का काम नहीं किया जाता है ग्रामीणों ने प्राइवेट कर्मचारियों द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत जब बैंक के बाबू से की तो बैंक के बाबू ने भी उपभोक्ताओं को दुत्कार कर भगा दिया और ग्रामीणों का यह तक कहना है कि 2ः00 बजे ही शटर बंद कर बैंक के अंदर दारु पीने का काम शुरू हो जाता है।
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