जालौन (उरई)। तंबाकू का सेवन चाहे वह किसी भी रूप में हो हमेशा ही हानिकारक होता है। इसलिए तंबाकू के सेवन को आज ही न कहें। यह बात तंबाकू निषेध दिवस पर सीएचसी प्रभारी डॉ. कपिल गुप्ता ने कही। इस दौरान तंबाकू का सेवन न करने की शपथ भी ली गई।
तंबाकू निषेध दिवस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित कार्यक्रम में सीएचसी प्रभारी डॉ. कपिल गुप्ता ने कहा कि तंबाकू से होने वाली बीमारियों से हर साल लाखों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। दुनिया में मौत का प्रमुख कारण तंबाकू उत्पादों का सेवन है। भारत में करीब 28 करोड़ लोग तंबाकू का सेवन करते हैं। तंबाकू का सेवन एक प्रकार की लत है जिसे लोग छोड़ना भी चाहते हैं पर छोड़ नहीं पाते। तंबाकू जानलेवा है। इसके बावजूद लोग इसके मोह से नहीं बच रहे हैं। लेकिन दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर इस व्यसन को छोड़ा जा सकता है। लोगों को अपने स्वास्थ्य की चिंता करते हुए इस लत को छोड़ देना चाहिए। डॉ. पीएन शर्मा ने कहा कि तंबाकू मुक्त भविष्य के लिए युवाओं का आगे आना होगा। तंबाकू की लत व्यक्ति के साथ साथ पूरे परिवार को बर्बाद कर देती है। युवा समाज नशे को मानसिक तनाव या फैशन के रुप में उपयोग कर रहा है। जिससे भविष्य में काफी परेशानियां व बीमारियां जन्म लेगी, जो स्वास्थ्य एवं जीवन के लिए घातक हो सकती हैं। डॉ. राजीव दुबे ने बताया तंबाकू का प्रयोग चाहे धुंऐ के रूप में किया जाए अथवा चबाने के रूप में। तंबाकू सभी रूपों में हानिकारक है। तंबाकू निषेध दिवस पर संकल्प लें कि आज से ही तंबाकू का व्यसन चाहे वह किसी भी रूप में क्यों न हो उसे छोड़ दें। इस दौरान उपस्थित सभी जनों ने तंबाकू का सेवन न करने की शपथ भी ली। इस मौके पर डॉ. योगेश आर्या, महिला चिकित्सक डॉ. गरिमा सिंह, डॉ. रेशू मिश्रा, एके दौंदेरिया, एलटी आरएन वर्मा, अवधेश राजपूत, नरेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।



