0 सी डी ओ ने मामला संज्ञान में आने के बाद कार्यवाही की बात कही
जालौन (उरई)। सरकार भ्रष्टाचार को समाप्त करने का प्रयास कर रही है। इसके लिए भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। इसके बाद भी स्थानीय क्षेत्र पंचायत कार्यालय भ्रष्टाचार का गढ़ बना हुआ है। कार्यालय में नियुक्त चैकीदार अधिकारियों की छत्रछाया में भ्रष्टाचार की नयी कहानी लिखने में लगा हुआ है। इसके बाद भी अधिकारी जान कर अनजान बने हुए हैं। क्षेत्र पंचायत कार्यालय में 2012 में जेनरेटर को चलाने व रात में हो रही चोरी की घटनाओं को देखते हुए चोकीदार की आवश्यकता महसूस हुई। तत्कालीन बी डी ओ राजेन्द्र कुमार श्रीवास ने पी आर डी जवान श्रीराम निवासी ऐदलपुर को 5 मई 2012 को मनरेगा में आउटसोर्सिंग पर उपरोक्त पद पर नियुक्त दे दी। नियुक्त के बाद व जेनरेटर के संचालन के साथ चैकीदार का दायित्व देखने लगे। इसके साथ ही वह बी डी ओ की गाड़ी चलाने लगे। 2 नवंबर 2018 में उनकी मौत हो गई। इनकी मौत के बाद उनके पुत्र चन्द्रभूषण को इसी पद पर नियुक्त दे गयी। 175 रूपये प्रति दिन की मजदूरी पर नियुक्त कर लिया गया। नियुक्त के बाद वह पिता की तरह बी डी ओ की कार चलाने लगे। गाड़ी चलाने के कारण वह अधिकारी के चहेते बन गये तथा कृपापात्र बन गये। इसका परिणाम यह हुआ कि वह बी डी ओ की कार भी चलाते हैं तथा मनरेगा में जाब कार्ड बनवा कर बगैर काम किये लाखों रुपए मजदूरी भी पा रहे हैं।एक ओर पति दो जगह काम करके मनरेगा से मजदूरी ले रहा है तो दूसरी तरफ पत्नी आरती कार्यालय परिसर में रहकर गांवों में जाब कार्ड से मजदूरी दर्ज करा कर पैसा कमा रहा है।
बी डी ओ चालक का जाब कार्ड भी हुआ जारी
जालौन । बी डी ओ की गाड़ी चला रहे चन्द्रभूषण को गाड़ी चलाने के रूप में मनरेगा से 175 प्रतिदिन मजदूरी मिल रही है। इसके बाद वह अपने जाब कार्ड यूपी – 38-004-001-001ध्280 के माध्यम से मनरेगा में मजदूर के रुप में काम करके लाखों कमा चुके हैं। एक आदमी एक ही योजना में अलग अलग काम कर रहा है तथा पैसा कमा रहा है। एक व्यक्ति दो जगह मजदूरी कर रहा है।
आउटसोर्सिंग से नियुक्ति चैकीदार सरकारी आवास पर जमाये कब्जा
जालौन । मनरेगा के तहत आउटसोर्सिंग से नियुक्ति चन्द्रभूषण पर अधिकारियों की कृपा कितनी है। इसी अंदाजा लगाया जा सकता है कि दैनिक मजदूरी पर होने के भी सरकारी आवास पर कब्जा किये हुए हैं तथा सरकारी को सरकारी आवास का किराया भी नहीं दे रहा है तथा फ्री में बिजली जला रहा है।
पी एम आवास भी हुआ स्वीकृति निकाली धनराशि
जालौन । गांव में मकान होने के बाद भी वह सरकारी आवास में वह कब्जा जमाये है। इतना ही नहीं अधिकारियों की कृपा से पी एम आवास योजना का लाभ भी पा गया तथा आवास बनाये बगैर ही सरकारी धन हड़प लिया।अपने आवास में निर्माण में 76 दिन की मजदूरी भी जाब कार्ड में लिखी गई हैं।
जालौन में रह कर पति पत्नी गांव में मजदूरी करके कमा रहे है पैसा
जालौन । चन्द्रभूषण व पत्नी आरती देवी रहती तो जालौन में सरकारी आवास में है किन्तु आंगनबाड़ी केंद्र इटहिया में निर्माण में 28 दिन, ऐदलपुर में जल रोक बांध में 7 दिन व पौधारोपण अभियान में 2 दिन काम दिखा कर पैसा निकाला है।
सी डी ओ अभय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है वह वी डी ओ से बात करेगें। अगर गडबडी है तो कार्रवाई की जाएगी