कालपी

तालाबों की भूमि पर बन गए सरकारी व गैर सरकारी भवन

कालपी (जालौन)। नगर में 17 तालाब नगर पालिका के अभिलेख में रकबा सहित दर्ज है लेकिन केवल दो तालाबों को छोड़ दें बाकी तालाब केवल दस्तावेजों में ही दिखाई देते हैं धरातल पर इन तालाबों की जमीनों पर सरकारी व गैर सरकारी इमारतें बने कई दशक बीत चुके हैं अब योगी सरकार में बुलडोजर की धमक इन तक पहुंचने की संभावना प्रबल होती दिख रही है नगर पालिका व राजस्व की संयुक्त टीम इन तालाबों की जमीन का मुआयना कर रही है जिससे उन्हें तालाबों को अस्तित्व में लाया जा सके योगी सरकार में जब सरकार जमीन पर कब्जा करने वालों पर बुलडोजर चला तो नगर में भी प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं नगर पालिका व राजस्व की टीम सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को खंगालने में जुटी है नगरपालिका के खसरा 1902- 03 के अनुसार नगर पालिका की सीमा के अंतर्गत नगर में कुल 17 तालाब दर्ज हैं इनमें से यदि 2 तालाब नागौरी व बहादुर सैय्य्द तालाब छोड़ दें तो बाकी 15 तालाब पर खोजने से भी नही मिलगे पालिका के अभिलेखों में जरूर मिलेंगे 15 तालाबों पर अतिक्रमण कर कुछ पर सरकारी इमारतें तक बनवा दी गई और कुछ पर लोगों ने कब्जा कर मकान बनवा लिए सुप्रीम कोर्ट के मुताबिक जल स्रोत ,कुआ ,बावड़ी ,तालाब आदि ना तो बेचे जा सकते हैं और ना ही खरीदे जा सकते हैं दोनों सूरत में यह कानूनन जुर्म है राजस्व कर्मियों व नगरपालिका की जुगलबंदी की बदौलत यह 15 तालाब अब सिर्फ कागजों में ही शेष बचे हैं 1 सप्ताह पूर्व पालिका व राज्यों से टीम ने नगर के दो मोहल्ले कागजीपुरा व रामचबूतरा के तालाबों के खसरे देखें तो तालाबों की जमीन कहीं नजर नहीं आई कागजीपुरा के तालाब के जमीन पर राजकीय हाथ कागज उत्पादन केंद्र स्थापित बताया जा रहा है और रामचबूतरा के तालाब की जमीन पर एक कन्या इंटर कॉलेज स्थापित बताया जा रहा है जबकि टंननगंज के सुंदर तालाब की भूमि पर एक महाविद्यालय स्थापित बताया जा रहा है यह कई दशकों से चल रहे है अभी तक किसी ने कोई सुध नही ली है अब सयुक्त टीम नगर 17 तालाबो की तलाश कर रही हैं तो यह सच्चाई सामने आ रही है अब देखना यह है कि यहां पर योगी सरकार का बुलडोजर कब गरजेगा और तालाबों को उनका पुराना स्वरूप मिल पाएगा या नहीं इन मोहल्लों के गुम हो गए तालाब नगर के मोहल्ला हैदरी पुरा में पांच ,उदनपुरा मैं तीन , रामचबूतरा , हरीगंज, कागजीपुरा, टरननगंज, में एक – एक आलमपुर, तरिबुल्दा मोहल्ले मे दो- दो तालाब थे अब यह तालाब सिर्फ कागजों में है सबसे बड़ा तालाब सुंदर तालाब टरननगंज मोहल्ले में था जिसका अब नामोनिशान नहीं मिलता है जिम्मेदार बोले तहसीलदार बलराम गुप्ता ने बताया कि सरकारी जमीनों तालाबों पर अतिक्रमण करने वाले अपना अतिक्रमण स्वयं हटा ले बाद में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी जल्द ही इसके लिए तिथि घोषित होगी सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण स्वयं हटेगा तालाब की जमीन पर भवन या सरकारी दफ्तर बने उसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी ।

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