कोंच

कथक नृत्य भारतीय संस्कृति का है अंग- रोमा श्रीवास्तव

0 प्रतिभागियों को दी गई शास्त्रीय नृत्य के बारे में जानकारी

कोंच(जालौन)। कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की गर्ल्स पावर विंग द्वारा आयोजित की जा रही निःशुल्क सात दिवसीय कथक कार्यशाला के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने पूरे मनोयोग के साथ कथक नृत्य की बारीकियां सीखी।
लखनऊ की प्रशिक्षिका रोमा श्रीवास्तव ने वर्चुअली प्रशिक्षण देते हुए बताया कि हमारा देश भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है, जहां शास्त्रीय नृत्य जैसी कला का प्रदर्शन भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है।प्रशिक्षिका इशिता श्रीवास्तव ने कार्यशाला के प्रतिभागियों को भारत के शास्त्रीय नृत्यों की जानकारी देते हुए बताया कि भारत में आठ प्रकार के शास्त्रीय नृत्य हैं और उत्तर प्रदेश में कथक प्रचलित है।संस्थापकध्संयोजक पारसमणि अग्रवाल ने कहा कि कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का प्रयास है कि नगर व क्षेत्र की ज्यादा से ज्यादा प्रतिभाओं को निखार कर उन्हें मुक्कमल मंच प्रदान किया जा सके। उन्होंने अपील की है कि फेस्टिवल द्वारा निरन्तर जारी गतिविधियों में सहभागिता करें, साथ ही आगामी 30 जून से 3 जुलाई के बीच होने वाले तृतीय कोंच इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जो बिना किसी शासकीय आर्थिक सहायता के आयोजित किया जा रहा है, सभी लोग अपने स्तर से सहयोग प्रदान कर कोंच क्षेत्र के लिए बहुउद्देश्यीय साबित होने वाले इस प्रयास को सफल करें। सभी लोग 7007084166 पर गूगल पे, फोन पे, पेटीएम आदि के माध्यम से अपना सहयोग प्रदान कर सकते हैं।कार्यशाला में दीप्ती शिवहरे, प्रिंसी शिवहरे, कशिश, निधि सोनी,प्रेरणा शाक्य, साक्षी सेठ, सानवी सिंघल,अंशिका अग्रवाल, मधु गुप्ता, अजंली सुधीर दुबे, नैन्सी शिवहरे, फलक खान,कोमल वर्मा,प्रिंसी अग्रवाल, प्रिया, स्नेहा अग्रवाल,लक्ष्मी आदि प्रतिभागी शामिल रहीं।

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