दीपक उदैनिया
जालौन ग्राम सिकरी राजा में आयोजित श्रीमद्भागवत के पंचम दिवस की कथा सुनाते हुए कथा व्यास पं आशीष कृष्ण महाराज ने कथा मे प्रभु की बाल लीलाओं , माखन चोरी आदि प्रसंगों का वर्णन किया व्यास महाराज ने कहा कि बाल गोपाल जैसे चोरी करने को टीम बनाकर चोरी करतें हैं तो गोपियों ने भी टीम बनाकर हंडीयो में घन्टी बांध देते हैं और जैसे ही भगवान माखन चुरा कर खाते हैं तो घंटी बज जाती है और भगवान पकड़े जाते हैं माता यशोदा के पास ले जाते है यशोदा माता देखतीं हैं तो कृष्ण तो घर में सोये हैं सब चकित हो जाते हैं । इसके आगे उन्होंने आगे प्रसंग सुनाया महाराज श्री ने कहा धनवान व्यक्ति वही है जो अपने तन, मन, धन से सेवा भक्ति करे वही आज के समय में धनवान व्यक्ति है। परमात्मा की प्राप्ति सच्चे प्रेम के द्वारा ही संभव हो सकती है। पूतना चरित्र का वर्णन करते हुए महाराज ने बताया कि पूतना राक्षसी ने बालकृष्ण को उठा लिया और स्तनपान कराने लगी। श्रीकृष्ण ने स्तनपान करते-करते ही पुतना का वध कर उसका कल्याण किया। माता यशोदा जब भगवान श्री कृष्ण को पूतना के वक्षस्थल से उठाकर लाती है उसके बाद पंचगव्य गाय के गोब, गोमूत्र से भगवान को स्नान कराती है। सभी को गौ माता की सेवा, गायत्री का जाप और गीता का पाठ अवश्य करना चाहिए। गाय की सेवा से 33 करोड़ देवी देवताओं की सेवा हो जाती है। भगवान व्रजरज का सेवन करके यह दिखला रहे हैं कि जिन भक्तों ने मुझे अपनी सारी भावनाएं व कर्म समर्पित कर रखें हैं वे मेरे कितने प्रिय हैं। भगवान स्वयं अपने भक्तों की चरणरज मुख के द्वारा हृदय में धारण करते हैं। कथा के दौरान राघवेन्द्र पत्नी राखी , पं दिनेश शात्री , अंकित तिवारी , रमकिशोर , संगीतकार प्रीतम , हरिओम शरण , वेदप्रकाश सहित क्षेत्रीय श्रोताओं ने कथा का श्रवण किया।