जालौन

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक डां कपिलदेव गुप्ता ने बताया कि थाइराइड की जांच की मशीन लगाने के लिए डिमांड भेजेगें

अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन (उरई)। जच्चा बच्चा मृत्युदर को कम करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। इसके लिए चिकित्सालय में सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक थायराइड की जांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं हो पा रही है। सरकार लगातार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का प्रयास करी है। इसके लिए चिकित्सालय में सुविधाएं व सेवाओं की संख्या में बढ़ोतरी की जा रही है। जनपद में मरीजों की संख्या में प्रथम स्थान रखने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अभी तक थायराइड की जांच की व्यवस्था नहीं है। गर्भवती महिलाओं में खून की कमी आम बात होती है। खून की कमी की बीमारी को ठीक करने के लिए थाइराइड की जांच आवश्यक है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार लगभग हर गर्भवती महिला की थाइराइड जांच होनी चाहिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन लगभग 50 महिला मरीज आती है जिनमें गर्भवती महिलाओं के साथ अन्य महिलाओं को भी थाइराइड की जांच की आवश्यकता रहती है। चिकित्सालय में जांच की सुविधा न होने के महिलाओं को बाजार से यह जांच करानी पड़ रही है जिससे गरीब परिवारों की महिलाओं को दिक्कत हो रही है।महिला करुणा सेंगर, कपिता निगम, नीलम श्रीवास्तव, संध्या, शशिलता, रजनी, ज्योत ने महिला जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन से मांग की है कि महिलाओं के लिए आवश्यक थाइराइड की जांच की सुविधा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध करवायी जाय।

 

गर्भावस्था में जरूरी होती है थायराइड की जांच

जालौन । थायराइड गले में एक ग्रंथि होती है। यह थायराइड हार्मोन बनाती है और भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करती है। गर्भावस्था में थायराइड जांच जरूरी होती है। अस्पताल में प्रतिमाह जांच के लिए आने वाली गर्भवती व अन्य महिलाओं में से करीब 200 – 300 महिलाओं को जांच की जरूरत होती है। इनमें से कई जांच बाजार में महंगी होने से गरीब मरीज जांच नहीं करवा पाते। अस्पताल में सुविधा शुरू होने से ऐसे मरीजों को लाभ होगा।

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