कोंच(जालौन)। आने वाले दिनों में भगवान परशुराम प्राकट्योत्सव और ईद पर्व शांति और सौहार्द के साथ मनाने को लेकर गुरुवार को एसडीएम राजेश सिंह ने हिंदू और मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ बैठक कर कहा कि आने वाले त्योहारों को परस्पर भाईचारे के साथ मनाना है और लोगों के लिए गंगा-जमुनी संस्कृति की मिसाल कायम करनी है।
पिछले दिनों रामनवमी और हनुमान प्राकट्योत्सव की शोभायात्राओं के दौरान देश के कई राज्यों में हुईं हिंसक वारदातों को लेकर अलर्ट मोड में आए यूपी शासन ने अपनी मशीनरी को सक्रिय कर दिया है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने देने के लिए हर मुमकिन कदम उठाए जाएं और समय रहते सभी धर्म गुरुओं के साथ बैठक करके मिलजुल कर सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्योहार मनाने पर चर्चा की जाए। इसी क्रम में गुरुवार को जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देशानुसार एसडीएम राजेश सिंह ने दोनों संप्रदायों के धर्म गुरुओं और जिम्मेदार लोगों के साथ अपने चैंबर में बैठक कर इस मसले पर विस्तार से चर्चा की। स्थानीय लोगों ने कोंच के सांप्रदायिक सौहार्द को औरों के लिए अनुकरणीय बताते हुए कहा कि शासन और प्रशासन की मंशा पर यहां के लोग खरे उतरेंगे। एसडीएम राजेश सिंह ने कहा कि हमें अपनी गंगा-जमुनी तहजीब की विरासत को संजोकर रखना है। उन्होंने कहा, अपने घर तथा आसपास के लोगों से भी अपनी सांस्कृतिक विरासत के बारे में चर्चा करें कि अमन चैन की पहले से पड़ी नींव को और भी पुख्ता करते हुए भाईचारे के साथ त्योहार मनाना है। कोतवाल बलिराज शाही ने भी कमोवेश यही बात कही और किसी भी असहज स्थिति के बाबत प्रशासन से साझा करने की अपील की। इस दौरान महंत चक्रपाणि दास, शाह आसिफ अली, कमलेश चोपड़ा, हाजी रहम इलाही कुरैशी आदि मौजूद रहे।