जालौन

पंचायतों में कूड़ा गाड़ी के नाम पर किया गया भ्रष्टाचार

अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन(उरई)। प्रदेश की सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंश की बात कर रही है तथा भ्रष्टाचारियों को कड़ी सजा देने की ढिंढोरा पीट रही है। इन सबके बाद भी भ्रष्टाचार रूकने का नाम नहीं ले रहा है। विकास खंड की आधा दर्जन ग्राम पंचायतों में कूड़ा गाड़ी के नाम पर गड़बड़ी सरकारी धन को बर्बाद किया गया है। प्रधान की शिकायत के बाद भी 1 माह से ज्यादा समय हो गया किन्तु अधिकारी जांच कराने में भी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत गांवों को स्वच्छ बनाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है। गांवों की सफाई व्यवस्था में भले ही सुधार नहीं हुआ हो किंतु अधिकारी अपनी स्थिति सुधारने में लगे हुए हैं। गांव की सफाई के दौरान निकलने वाले कूड़ा उठाने के लिए विकास खंड की ग्राम पंचायत सारंगपुर, प्रतापुरा, सींगपुरा, माड़री, खजुरी व शहजाद में कूड़ा गाड़ी की खरीद की गयी। तीन पहिया की कूड़ा गाड़ी के नाम पर गड़बड़ी की गयी है। तीन पहिया की कूड़ा गाड़ी के नाम पर 67 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। सारंगपुर निवासी जगजीत सिंह गुर्जर, ग्राम प्रधान प्रतापपुरा कामता प्रसाद ने बताया कि ग्राम पंचायतों में खरीदे गयी कूड़ा गाड़ी की खुले बाजार में कीमत 10 हजार से ज्यादा नहीं है। इसके बाद भी कूड़ा गाड़ी के नाम 67 हजार का भुगतान किया गया है। कूड़ा गाड़ी के नाम पर हुए घोटाले की शिकायत ग्राम प्रधान कामता प्रसाद व जगजीत सिंह ने इसकी शिकायत बी डी ओ से लेकर सी डी ओ तक कर दी तथा शिकायत किये 1 महीने से ज्यादा का समय बीत गया है। इसके बाद भी अधिकारियों ने इस मामले जांच कराने तक की जहमत नहीं उठाई है। ग्रामीण व प्रधान ने जिलाधिकारी से मामले की जांच करा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
फोटो परिचय– कूड़ा गाड़ी वाली गाडी

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