अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन (उरई)। सरकारी गेहूं खरीद केन्द्रों को शुरू हुए 11 दिन बीत चुके हैं। केन्द्र खुले 11 दिन बीतने के बाद भी अभी तक गेहूं की खरीद शुरू नहीं हो पायी है। सरकार के निर्देश का पालन करते हुए मंडी परिसर में 1 अप्रैल को मंडी परिसर में 13 खरीद केन्द्रों बनाया गया हैं। शुरुआत में व्यवस्थाओं को ठीक करने मे 3 – 4 दिन लग गये थे।अव खरीद केन्द्रों पर व्यवस्था को दुरुस्त क्य दिया गया किन्तु खरीद शुरू नहीं हो पायी है। इसका कारण सरकारी मूल्य के बाजार मूल्य से कम होना माना जा रहा है। सरकारी खरीद केंद्र पर मूल्य कम होने के कारण किसान खुली मंडी में गेहूं बेच रहे हैं। सरकारी द्वारा किया निर्धारित मूल्य कम होने के कारण किसान इन केंद्रों में गेहूं बेचने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। सरकारी क्रय केन्द्र पर 2015 रुपए प्रति कुंतव गेहूं खरीद कर रही जबकि खुली मंडी में गेहूं 2050 प्रति कुंतल में खरीद हो रही है। सरकारी क्रय केंद्र में भुगतान के में 1 सप्ताह का समय या इससे अधिक लगता है। जबकि मंडी में भुगतान तुरंत मिल जाता है। यहीं कारण है कि सरकारी क्रय केन्द्रों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
मंडी सचिव वीरेन्द्र कुमार मंडी में क्रय केन्द्रों पर पूरी व्यवस्था कर दी गयी है। किसानों के न आने के कारण खरीद शुरू नहीं हो पायी है।