अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन (उरई)। एक शिकायत का एडीओ पंचायत द्वारा एक ही दिनांक और एक ही पत्रांक में अलग अलग निस्तारण कर दिया गया। निस्तारण आख्या से शिकायतकर्ता उलझन में है किस निस्तारण को सही माना जाए।
तहसील क्षेत्र के ग्राम कुठौंदा बुजुर्ग में बनाया गया पंचायत भवन बनने कुछ समय बाद ही जर्जर हो चुका था। पंचायत भवन के जर्जर होने के चलते ग्राम पंचायत के कार्य पंचायत भवन में संपन्न नहीं हो पाते हैं। ग्राम पंचायत की बैठकें खुले में संपन्न होती हैं। ऐसे में ग्रामीण गजेंद्र सिंह ने पंचायत भवन के पुननिर्माण की मांग की थी। ताकि ग्राम पंचायत की खुले में संपन्न होने वाली बैठकें ग्राम पंचायत भवन में ही संपन्न हो सकें। उनकी शिकायत का निस्तारण ब्लॉक स्तर से एडीओ पंचायत द्वारा किया गया। एडीओ पंचायत द्वारा 26 मार्च 2022 को शिकायत का निस्तारण कर शिकायतकर्ता को लिखित रूप से अवगत कराया गया। जिसमें एक ही पत्रांक संख्या पर 2 पत्र जारी किए गए। जिसमें पहले पत्र में शिकायतकर्ता को अवगत कराया गया कि जिला पंचायत राज अधिकारी जालौन स्थान उरई के निर्देश पर पंचायत भवन को कार्ययोजना में सम्मिलित कर लिया गया है। जबकि इसी पत्रांक पर दूसरे पत्र में शिकायतकर्ता को अवगत कराया गया कि पंचायत भवन की जांच चल रही है। जांच के उपरांत पंचायत भवन में कायाकल्प योजना के अंतर्गत कार्य कराया जाएगा। शिकायतकर्ता ने बताया कि एक निस्तारण में बताया गया कि भवन को कार्ययोजना में शामिल कर लिया गया है। जबकि दूसरे निस्तारण में जांच चलने की बात कही गई है। ऐसे में किस निस्तारण को सही समझा जाए। अधिकारी घर बैठे शिकायत का मनचाहा निस्तारण कर देते हैं। उन्होंने डीएम से मांग की है कि मामले की जांच कराकर कार्यवाही की जाए।



