विधायक विनोद चतुर्वेदी ने सीएमओ से वार्ता की
अमित गुप्ता
कालपी जालौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी से 2 महीने के अंदर 4 डॉक्टर का स्थानांतरण हो जाने की वजह से मरीजों को समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है।क्षेत्रीय विधायक ने मामले को संज्ञान में लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए समस्या का निदान करने की अपेक्षा की है।
विदित हो कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी में दर्जन भर विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती करने का नियम है। लेकिन लंबे समय से डॉक्टरों की कमी से रोगियों के सामने समस्या पैदा हो गई है। 2 महीने के अंदर सीएचसी से 4 डॉक्टरो समय समय स्थानांतरण होने पर कालपी से चले गए हैं। 10 जून को चिकित्सक डॉ विनोद राजपूत का तबादला होने पर जालौन अस्पताल के लिए रिलीव हो चुके हैं। इसके पहले डॉक्टर राजपूत की पत्नी 18 अप्रैल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोच के लिए कार्य मुक्त होकर कालपी से जा चुकी है। 11 मई को चिकित्सक डॉ शेख शहरयार भी कालपी से रिलीव होकर रामपुरा चिकित्सालय जा चुके हैं। लंबे समय के बाद 3 मार्च 2022 जनरल सर्जन के पद पर डॉक्टर सत्येंद्र पुरवार की तैनाती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी में हुई थी। लेकिन 10 अप्रैल से बिना छुट्टी लिए कालपी से चले गए हैं। सूत्रों में बताया गया कि सर्जन साहब ने महानगर में प्राइवेट हॉस्पिटल को ज्वाइन कर लिया है। उनके कालपी में वापस आने की उम्मीद बहुत ही कम हो गई है।पिछले महीने प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा बिभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी निरीक्षण कार्यक्रम था तो आनन-फानन में जिला स्तरीय अधिकारियों ने कई डॉक्टरों की तैनाती कर दी थी।लेकिन दो महीने के अंदर चार डॉक्टरों के चले जाने से मरीजों के सामने इलाज का संकट गहरा गया है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुंदर सिंह, डा उदय कुमार,डा विशाल सचान तथा महिला चिकित्सक की तैनाती है। चिकित्सा अधीक्षक के मीटिंगो तथा प्रशासनिक कार्यों में जुटे रहना पड़ता है। बदलते मौसम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो गई है। ओपीडी सेवा में एक डॉक्टर होने से मरीजों की भारी भीड़ इकट्ठा रहती है। भीड़ के कारण तमाम मरीज वापस होकर प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने के लिए चले जाते हैं। इससे समय की बर्बादी होती है। जनप्रतिनिधियों के द्वारा सीएमओ से डॉक्टर को तैनात करने की मांग की गई है। लेकिन इसकी अनदेखी की जा रही है। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
क्षेत्रीय विधायक विनोद चतुर्वेदी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कालपी में डॉक्टरों की कमी का मामला संज्ञान में लिया है। विधायक ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर डीएन शर्मा से वार्ता करते हुये अवगत कराया है कि सीएचसी कालपी में जनपद के अलावा सीमावर्ती कानपुर देहात के मरीज पहुंचते हैं। हाईवे रोड के किनारे होने के कारण भी मरीजों की कालपी अस्पताल में संख्या ज्यादा रहती है। लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है। उन्होंने से अपेक्षा की है कालपी में डॉक्टरों की पर्याप्त संख्या में तैनाती की जाए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने भरोसा दिया है कि सीएचसी कालपी में डॉक्टरों के रिक्त पदों को शीघ्र भर दिया जाएगा। तथा बेहतर की जाएंगी।
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