
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। नागपंचमी का पावन पर्व नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धा एवं पारंपरिक उत्साह के साथ मनाया गया। श्रद्धालुओं ने नाग देवता की पूजा अर्चना कर सुख, समृद्धि एवं परिवार की सुरक्षा की कामना की।
श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी पर्व मनाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। लोगों ने प्रातः स्नान आदि कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर घर के मुख्य द्वार, आंगन या पूजा स्थल पर नाग देवता की आकृति बनाई। उन्हें दूध, लावा, कुश, फूल और हल्दी चढ़ाकर पूजा की। साथ ही नागों से जीवन में किसी प्रकार की बाधा न आने की कामना करते हुए क्षमा याचना कर दया बनाए रखने की प्रार्थना की। नगर के मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। कई स्थानों पर भक्तों ने शिव मंदिरों में जाकर भगवान शंकर के साथ नाग देवता की विशेष पूजा अर्चना की। इस अवसर पर लोगों ने व्रत रखकर दिनभर फलाहार किया और शाम को व्रत खोला।