जालौन

नगर में साप्ताहिक बंदी का असर टांयटांय फिस्स हो रहा

अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन (उरई)। नगर में साप्ताहिक बंदी का असर बेअसर साबित हो रहा है। अधिकारियों के निर्देश के बाद भी बाजार बंद पूरी तरह सफल नहीं हो पा रही है। साप्ताहिक बंदी के दिन अधिकारियों के भ्रमण न करने से लोग अपनी दुकानें खोलने लगे हैं।
नगर में सोमवार का दिन साप्ताहिक बंदी के लिए निर्धारित है। पूर्व में अधिकारियों के आकस्मिक भ्रमण के चलते नगर में स्थित सभी दुकानें साप्ताहिक बंदी के दिन बंद ही रहने लगी थीं। लेकिन कोरोना काल के बाद अधिकारियों का भ्रमण न होने तथा सिर्फ आदेश देने के कारण धीरे धीरे दुकानदार अपनी दुकानों को खोलने लगे हैं। शुरूआत एक दो दुकानें खुलने से हुई। इसके बाद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अन्य दुकानदार भी अपनी दुकानों को खोलने लगे। इनमें शराब ठेका गली, पुरानी नझाई गली के आसपास के अलावा सब्जी मंडी और तहसील रोड पर व कांजी हाउस चैराहे के आसपास, चुर्खी रोड, रामलीला मैदान समेत कई स्थानों के दुकानदार अपनी अपनी दुकानें खोले रहते हैं। मजे की बात तो यह कि तहसील के आसपास के दुकानदार भी साप्ताहिक बंदी का पालन नहीं नहीं कर रहे जिससे साप्ताहिक बंदी का पालन करने वाले दुकानदार मायूस होते हैं। साप्ताहिक बंदी का पालन करने वाले दुकानदारों का कहना है कि यदि कार्रवाई न हुई तो वह भी अपनी दुकानें खोलने लगेंगे। कानून का पालन कर उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है जबकि अन्य लोग जो कानून का पालन नहीं कर रहे हैं वह लाभ कमा रहे हैं। श्रम प्रवर्तन अधिकारी आर के चतुर्वेदी ने कहा कि वह पिछले सप्ताह आये थे तथा व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद कराकर चेतावनी दी थी।

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