जालौन

बाल विकास परियोजना अधिकारी का पद खाली होने के कारण व्यवस्थायें अस्त-व्यस्त

बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन(उरई)। बाल विकास परियोजना अधिकारी का पद लगभग 8 माह से खाली पड़ा है। पद खाली होने के कारण परियोजना का संचालन ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है। इसके बाद भी खाली पड़े पद को पर किसी को नियुक्त नहीं किया जा रहा है।
बाल विकास परियोजना का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए विकास खंड की सभी ग्राम पंचायतों में आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं। विकास खंड में 180 केन्द्र संचालित है जिनमें 132 केंद्र सम्पूर्ण व 48 केन्द्र मिनी है। 62 ग्राम पंचायतों में संचालित इन केन्द्रों के संचालन कराने का दायित्व परियोजना अधिकारी का है। स्थानीय कार्यालय में पदस्थ परियोजना अधिकारी अंकिता वर्मा इंटर कालेज में प्रवक्ता पद पर नियुक्त होने के बाद 28 नवंबर को इस्तीफा देकर चली गयी ।अंकिता वर्मा के रिजायन देने के बाद से यह पद खाली है। 8 माह होने को है किन्तु अभी तक परियोजना अधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई है। मुख्य सेविका नीता निरंजन अपने दायित्वों के साथ परियोजना अधिकारी का दायित्व भी देख रही है। परियोजना अधिकारी का पद रिक्त होने के कारण आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन प्रभावित हो रहा है तथा केन्द्रों का संचालन केन्द्र प्रभारी व सहायिका मन मर्जी से करने लगी है। चुनावी दौरे में सरकारी योजनाओं का संचालन ठीक ढंग से न होने के कारण सरकार की साख को बट्टा लगा रहा है।एस डी एम राजेश सिंह ने बताया कि वह इस संदर्भ में उच्च अधिकारियों से सम्पर्क करेगें।

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