जालौन

छात्रों में समग्र समाज को दिशा देने का उद्देष्य होना चाहियेःगिरीश

अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन (उरई)। राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का उद्देश्य पिछड़े क्षेत्रों में जाकर उनकी समस्याओं को समझना तथा श्रम के माध्यम से उन समस्याओं का निस्तारण करना है। शिविर में भाग लेने वाले छात्र इस उद्देश्य से भाग लेते हैं तो वह समग्र समाज को एक दिशा दे सकते हैं। यह बात सेठ वीरेंद्र कुमार स्नातकोत्तर महाविद्यालय के तत्वावधान में आयोजित एनएसएस शिविर के शुभारंभ के अवसर पर मुख्य अतिथि नगर पालिका अध्यक्ष गिरीश गुप्ता ने कहीं।
सेठ वीरेंद्र कुमार स्नात्कोत्तर महाविद्यालय के सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना कैम्प का शुभारंभ मोहल्ला मुरली मनोहर स्थित नीलकंठेश्वर महादेव मंदिर परिसर में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित गुप्ता द्वारा फीता काटकार किया गया। इसके उपरांत अतिथियों ने मां सरस्वती व स्वामी विवेकानन्द जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन किया गया। इस अवसर पर तहसीलदार ने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर की शुरूआत वर्ष 1965 में हुई। एनएसएस का उददेश्य पिछड़े क्षेत्रों में जाकर उनकी समस्याओं को समझना तथा श्रम के माध्यम से उन समस्याओं का निस्तारण करना है। शिविर में भाग लेने वाले छात्र इस उददेश्य से भाग लेते हैं तो वह समग्र समाज को एक दिशा दे सकते हैं। एनएसएस कैंप से छात्र-छात्राओं में समाजसेवा, आपसी सहयोग तथा सौहार्द की भावना जाग्रत होती है। इस शिविर के माध्यम से ग्राम्य विकास, राष्ट्र विकास की कड़ी से जुड़ता है। महाविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. नितिन मित्तल ने कहा यह कैम्प छात्रों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ उन्हें प्रत्यक्ष रूप से समाज से जोड़ता है। जिससे वे अपने समाज का विकास करने में सहयोग प्रदान करने में तत्पर रहते हैं। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के कार्यक्रम अधिकारी डा. अवनीश दीक्षित ने किया। इस मौके पर अवधेश दीक्षित , डां सोमेन्द्र श्रीवास्तव, डां एस के कोष्ठा, डां ओसाफ अंसारी, डां सचिन अवस्थी, नम्रता श्रीवास्तव, नागेंद्र नायक, चन्द्रभान मिश्रा, उदयभान, राघवेंद्र सिंह, नीरज, शैलेंद्र, गोपाल, प्रगति समेत कालेज के प्राध्यापक व छात्र छात्राएं उपस्थित रही।

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