0 गणेश प्रसाद की ईमानदारी का कायल हुआ कुशवाहा परिवार
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। गुरुवार को हैदलपुर माधौगढ़ निवासी कुशवाहा परिवार उस दौरान ई-रिक्शा चालक की ईमानदारी का कायल हो गया जब उसने डेढ़ माह बाद उसके रिक्शे पर छूट गया सामान से भरा बैग परिवार को वापस लौटाया।
मिली जानकारी के अनुसार हैदलपुर माधौगढ़ निवासिनी रेशमी पत्नी प्रताप कुशवाहा डेढ़ माह पूर्व बड़ोदरा से उरई रेलवे स्टेशन पर उतरे और वहां से उन्होंने गणेश प्रसाद निवासी बिरासनी हाल निवासी राजेंद्र नगर उरई के ई-रिक्शा पर सामान रखने के बाद सभी सवारियां बैठ गयी। निर्धारित स्थान पर जब सभी सवारियां ई-रिक्शा से उतर गयी लेकिन वह अपना सामान से भरा एक बैग रिक्शे में छूट गया। इसके बाद ई-रिक्शा चालक गणेश प्रसाद बैग मालिक की खोजबीन में जुट गया लेकिन अनेकों प्रयासों के बाद भी जब उसे सफलता नहीं मिली तो उसने बैग खोला जिसमें कीमती दो मोबाइलों के साथ तीन आधारकार्ड मिले इसके बाद उसने पुनः प्रयास किया तो उसे सफलता मिल गयी। गुरुवार को ई-रिक्शा चालक गणेश प्रसाद ने अपने गांव के पूर्व बीडीसी लक्ष्मी नारायण कुशवाहा को गांव से बुलवाया और फिर बैग की मालिकन रेशमी पत्नी प्रताप कुशवाहा अपने फूफा कन्हैयालाल कुशवाहा निवासी सुशील नगर उरई के साथ पहुंची जहां उन्हें उनका खोया बैग वापस लौटाया। इसके बाद रेशमी ने बैग में रखा सामान देखा तो सारा सामान मौजूद था। इसके बाद रेशमी व उसके फूफा कन्हैयालाल कुशवाहा ने ई-रिक्शा चालक गणेश प्रसाद की ईमानदारी की सराहना कर अपने गांव लौट गये।
फोटो परिचय—
रेशमी को खोया बैग वापस करते गणेश प्रसाद।