0 सैकड़ों स्कूली छात्रों ने किया चक्का जाम, विद्यालय प्रबंधन पर मनमानी फीस वसूलने के लगाए आरोप
0 पांच सदस्यीय कमेटी विवाद सुलझाने के लिये बनायी गयी
0 कालपी सीओ रामसिंह की दूरगामी सोच के चलते सुलझा मामला
आटा (जालौन)। अकबरपुर इटौरा के इण्टर कालेज इटौरा में क्षेत्र भर के करीब 1500 सौ छात्र अपने भविष्य को सवारने इण्टर कॉलेज इटौरा पढ़ने आते हैं। छात्रों के मुताबिक इण्टर कॉलेज इटौरा में बुधवार से अर्धवार्षिक परीक्षा की शुरुआत थी बच्चे सुबह से तैयार हो कर अपने बड़े बूढ़ों का आशीर्वाद लेकर परीक्षा के लिए निकले थे जैसे ही उन्होंने स्कूल में प्रवेश किया कुछ देर बाद प्रार्थना होनी थी तभी माइक से आदेश होने लगा कि जिनकी फीस जमा नहीं है वह स्कूल परिसर से बाहर हो जाये बार बार यही गूंज सुनाई दे रही थी। इसके बाद छात्र-छात्राओं का गुस्सा भड़क गया और फिर उन्होंने जाम लगा दिया। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसी तरह से आक्रोशित छात्र-छात्राओं को समझाते हुये जाम खुलवाया और सारे विवाद के समाधान के लिये पांच सदस्यीय कमेटी गठित करने का ऐलान किया।
गौर करने वाली बात यह थी कि यहां हर गरीब को शिक्षा जैसे अधिकारों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही थी गरीब छात्र छात्राओं को स्कूल परिसर से वाहर कर दिया उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने समय से फीस जमा नहीं की। बड़े घर के बच्चे आराम से परीक्षा दे रहे थे तभी छात्रों आक्रोश पैदा हुआ और एकत्रित सैकड़ों छात्रों ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की और मुर्दाबाद जैसे नारे लगाये प्रशासन के उच्च अधिकारियों से भी संपर्क साधा की उनका गुनाह क्या है कि वह समय पर फीस देने में असमर्थ है इस लिये परीक्षा नही दे पाएंगे और फीस भी इतनी ज्यादा की एक आम आदमी गरीब आदमी इसका बजन न उठा सके लेकिन जबर के आगे करे भी तो क्या देखते ही देखते सैकड़ों छात्रों ने कस्वा इटौरा स्थित मुख्य मार्ग जाम कर दिया जिससे आवागमन बाधित हो गया धीरे धीरे उच्च अधिकारियों की इसकी जानकारी ली मौके पर फौरन इटौरा चैकी पुलिस पहुँची लेकिन बात नही बनी कुछ देर बाद आटा थानाध्यक्ष दल बल के साथ पहुँचे लेकिन बात नहीं बनी छात्र अपनी मांगों पर डटे रहे फिर सीओ कालपी राम सिंह मौके पर पहुंचे और बच्चों को समझाते रहे तभी तहसीलदार कालपी बलराम गुप्ता पहुंचे और छात्रों को समझाने की कोशिश की कुछ देर बाद उपजिलाधिकारी कालपी पहुँचे और बच्चों से सम्वाद किया देखते ही देखते चार थानों के थानाध्यक्ष सहित पूरा अमला मौजूद था लेकिन स्टूडेंट्स अपनी मांगो पर अड़े थे प्राथमिकता इस मांग को लेकर थी कि उनकी फीस जो सरकारी मानक के अनुरूप है उसके तहत ली जाए उच्च अधिकारियों से स्कूल प्रबंधन से बात की तो उन्होंने कई बातंे बताई की स्कूल में कुछ प्राइवेट स्टाप है उनका बेतन बगैरा देना पड़ता है और भी अन्य चीजें प्रशासन के सामने रखी लेकिन छात्र छात्रायें अपनी मांगों पर अड़े थे तभी कालपी सीओ राम सिंह ने बड़ी ही सूझबूझ के साथ मामले को हैंडल किया छात्रों को अभिभावकों की तरह समझाया उनकी समस्याएं सुनी जिसको उप जिलाधिकारी को अवगत कराया बाद में आठ सूत्रीय मांगों के साथ सीओ कालपी राम सिंह ने छात्रों को संतुष्ट कराया और उप जिलाधिकारी ने छात्रों से कहा मैं कमेटी गठित किये दे रहा हूँ इसी प्रकार उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित कर दी है जिसमे स्टूडेंट और एक टीचर सहित पांच लोगों की एक कमेटी गठित कर दी गई है जिस प्रकार कालपी सीओ राम सिंह ने एक उच्च व अनुभवी अधिकारियों वाला निर्णय लेकर इतनी बड़ी समस्या का निस्तारण किया उसकी चहुंओर प्रशंसा हो रही है। छात्र भी सीओ कालपी को तारीफ करते नहीं थक रहे थे।
फोटो परिचय—
जाम लगाये छात्र-छात्राओं को समझाते सीओ रामसिंह।