उरई

मोहाना पुल के समीप से मौरम खनन की किसने दी पट्टाधारक को छूट

0 बेतवा की जलधारा का प्रवाह एकतरफा जालौन की सीमा में हुआ
0 पट्टाधारक हमीरपुर की सीमा को छोड़ जालौन की सीमा में घुसा
0 आधा दर्जन पाॅकलैंड मशीनों से हर रोज सैकड़ा भर से ज्यादा ट्रकों की हो रही निकासी

सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। उरई-राठ मार्ग पर मोहाना पुल के समीप से हमीरपुर के मौरम पट्टाधारक द्वारा अपनी सीमा को छोड़कर जनपद जालौन की सीमा से पाॅकलैंड मशीनों से मौरम का खनन कराने में जुटा हुआ है। सवाल यह उठता है कि आखिर पट्टाधारक को इस तरह की छूट किसने दी। इस बारे में ग्रामीणों का कहना था कि इस बार बेतवा नदी की जलधारा का प्रवाह पूरी तरह से जनपद की सीमा में हो गया जिसका पट्टाधारक पूरा लाभ उठाने में जुटा हुआ है। ग्रामीणों ने यह भी बताया वैसे भी नदी पर जहां पुल बना होता है वहां से एक निर्धारित दूरी पर ही मौरम का खनन किया जा सकता है। लेकिन पट्टाधारक यहां पर इसका भी पालन नहीं कर रहा है जिससे पुल भी क्षतिग्रस्त होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
प्रशासनिक अमले की विधानसभा चुनाव में व्यस्ता का लाभ कैसे उठाया जाता है इसका फार्मूला मोहाना पुल के समीप से हमीरपुर जनपद के पट्टाधारक से सीखा जा सकता है। अधिकारियों की व्यस्तता होते ही पट्टाधारक हमीरपुर जनपद की सीमा को छोड़कर जनपद जालौन की सीमा में जहां से नदी की जलधारा प्रवाहित हो रही है वहीं पर आधा दर्जन से अधिक पाॅकलैंड मशीनों को मौरम खनन करने के लिये मैदान में उतार दिया। यह क्रम विगत पखबारे भर से ज्यादा समय से बेरोकटोक तरीके से चल रहा है। जहां से हर रोज सैकड़ा भर से ज्यादा मौरम भरे ट्रकों की आवाजाही बनी रहती है। इस बारे में जब ग्रामीणों से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि वैसे तो नदी की जलधारा दोनों जनपदों के बीच में बहती रही है। लेकिन इस बार बरसात के बाद नदी की जलधारा पूरी तरह से जनपद जालौन के क्षेत्र में आ गयी जिससे जालौन व हमीरपुर जनपद का क्षेत्र पूरी तरह से मिल गया। इसी का लाभ उठाने के लिये मौरम पट्टाधारक ने आधा दर्जन से अधिक पाॅकलैंड मशीनों को अपने सीमांकन क्षेत्र से बाहर मैदान में उतारकर चैबीस घंटे मौरम खनन कराने में जुट गया। हैरानी की बात तो यह है कि जिस जगह से पट्टाधारक मौरम का खनन करवा रहा है वह जालौन जिले की सीमा में आता है दूसरा मोहाना पुल के बिल्कुल समीप से मौरम खनन किसी भी कीमत पर कोई भी पट्टाधारक नहीं कर सकता है। क्योंकि ऐसा करने पर प्रतिबंध रहता है जिससे पुल को क्षतिग्रस्त होने से बचाया जा सके। लेकिन यहां पर पट्टाधारक द्वारा दोनों ही बातों को नजरंदाज किया जा रहा है।
फोटो परिचय—
मोहाना पुल के समीप से पट्टाधारक द्वारा कराया जा रहा मौरम खनन।

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