0 लेखपाल ने पुलिस बल के साथ मौके का किया निरीक्षण
0 पीड़ित किसान बोले न्याय न मिले तो करेंगे आंदोलन
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। कदौरा क्षेत्र के भेड़ी में मौरम खंड संख्या तीन के पट्टाधारक द्वारा स्वेच्छाचारिता पूर्ण तरीके से भारी भरकम मशीनों से मौरम खनन करने के मामले को लेकर एक ओर जहां गांव के किसानों में आक्रोश गहराने लगा है। किसानों का कहना था कि पहले पट्टाधारक ने आम रास्ते को नेस्तनाबूद किया और अब खेतों के समीप से ही बालू खनन कर अपनी हनक दिखाने से नहीं चूक रहा है। किसानों की शिकायत पर क्षेत्रीय लेखपाल पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और पट्टाधारक द्वारा किये गये मौरम खनन को गलत बताया।
भेड़ी के किसान बृजभान सिंह, बलराम सिंह, बच्चन सिंह व अरविंद आदि ने बताया कि पहले भेड़ी मौरम खंड संख्या तीन जिसका राना कंट्रक्शन के नाम से पट्टा है। पट्टा हासिल करने के बाद पट्टाधारक ने सबसे पहले तो गांव से नदी की ओर जाने वाली आम रास्ता के किनारे से मौरम खनन किया जिसकी शिकायत की गयी तो मौके पर पहुंची खनिज दफ्तर की टीम ने शिकायत को सही पाया इसके बाद पट्टाधारक पर लाखों रुपये का जुर्माना लगाया गया। हैरानी की बात तो यह है कि इतना सब कुछ होने के बाद भी पट्टाधारक शांत नहीं हुआ बल्कि उसने अब किसानों के खेतों से सटे स्थान से मौरम खनन करारा शुरू कर दिया। पट्टाधारक द्वारा जिन खेतों के किनारें से मौरम खनन किया उनमें गाटा संख्या 1390, 1389 सहित कई रकवे शामिल है। किसानों का कहना था कि पट्टाधारक द्वारा जिस तरीके से मौरम खनन किया जा रहा है उससे आने वाले समय में हम लोग के खेत भी नदी में समाहित हो जायेंगे। इस मामले की भी किसानों ने शिकायत की तो क्षेत्रीय लेखपाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे जहां पर उन्होंने निरीक्षण करते हुये किसानों की शिकायत को सही मानते हुये पट्टाधारक के क्रियाकलापों पर उंगली उठाते हुये उसे गलत बताया। लेखपाल का कहना था कि वह अपनी आख्या आला अधिकारियों तक पहुंचा देंगे। तो वहीं पीड़ित किसानों का कहना था कि यदि पट्टाधारक की स्वेच्छाचारिता पर जिम्मेदार अधिकारियों ने विराम न लगाया तो वह आंदोलन करने को विवश होंगे जिसकी जिम्मेदारी खनिज विभाग के साथ-साथ राजस्व विभाग की भी होगी।
फोटो परिचय—
स्थलीय निरीक्षण करने जाते लेखपाल पुलिस बल के साथ।