अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन। हम अपने धर्म के प्रति सचेत नहीं है, शायद यही कारण की हम खुद के प्रति सचेत नहीं है। यह बात नगर क एकमात्र सरस्वती मंदिर पर आयोजित श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में भागवताचार्य पं. राजेश द्विवेदी ने उपस्थित श्रोताओं के समक्ष कही।नगर के एकमात्र सरस्वती मंदिर पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ में भागवताचार्य पं.राजेश द्विवेदी ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने धर्म के प्रति सचेत नहीं है, शायद यही कारण की हम खुद के प्रति सचेत नहीं है। धर्म हमारी जड़ में है, धर्म को बढ़ावा देना हम सभी की जिम्मेदारी है, धर्म ही प्रभु से मिलवाता है। उन्होंने कहा कि धर्म ही है जिसकी शरण में जाने पर हम अपनी मंजिल तक पहुंच सकते है और जब कोई धर्म को आगे बढ़ाता है तो उसके पैर खींचने वाले बहुत होते है। लेकिन इससे हमें विचलित नहीं होना चाहिए। कोई आपकी बुराई करता और इस दौरान आपको किसी पर क्रोध आये तो तुरंत प्रतिक्रिया करने से पहले कुछ देर शांत हो जाऐं। आपका कुछ ही देर में आपका क्रोध स्वयं ही समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह जीवन हमें बार,बार नहीं मिलता। इसलिए इसे अच्छे काम में लगाना चाहिए। हमेशा दूसरों के भले के बारे में सोचो, ऐसा करने पर हमें भी अच्छा फल मिलेगा। तो वहीं, किसी के साथ बुरा करने पर हमें भी बुरा फल मिलता है। इस मौके पर पारीक्षित पुरूषोत्तम बुधौलिया, पुजारी हृदय नारायण मिश्रा, रिंकू गुप्ता, अनिल तिवारी, डाॅ. एलपी पाल, केपी सिंह, सुशील माहेश्वरी, राजेश वर्मा, रितिक पाल, बाबूजी गुर्जर, सुदामा विश्वकर्मा, कृष्णवीर सिंह आदि मौजूद रहे।