बबलू सेंगर महिया खास
जालौन(उरई)। नगर से निकलने वाली परिवहन निगम की बसों के रूकने का कोई स्थान सुनिश्चित नहीं है। स्थान निर्धारित न होने के कारण बस चालक मनमर्जी से बस खड़ी करते हैं। बीती 31 अगस्त को रोकने का इशारा करने के बाद भी इटावा की ओर जाने वाली रोडवेज बस के न रूकने पर इसकी शिकायत आईजीआरएस पोर्टल पर की गई थी। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक ने बस के संविदा चालक और आउससोर्सिंग पर तैनात परिचालक के वेतन से 100 रुपये की कटौती किए जाने के निर्देश दिए हैं।
परिवहन विभाग की उरई, बांदा, हमीरपुर, झांसी डिपो की बसें नगर से होकर निकलती हैं। यह बसें औरैया, दिल्ली, इटावा, मथुरा के अलावा बंगरा, रामपुरा, जगम्मनपुर, कुठौंदा, रेंढ़र आदि स्थानों के साथ कानुपर, झांसी, राठ, महोबा आदि स्थानों के लिए चलती हैं। नगर से प्रतिदिन परिवहन विभाग की एक दर्जन से अधिक बसों का संचालन होता है। इसके बाद भी नगर से निकलने वाली परिवहन निगम की बसों के रुकने का कोई स्थान निश्चित नहीं है। स्थान निश्चित न होने के कारण चालक अपनी मनमर्जी से बसों को रोकते हैं। बस चालक यदि मर्जी होती है तो रूक जाते हैं अन्यथा बसें फर्राटा भरते हुए निकल जाती हैं। नगर के अशफाक राईन ने 31 अगस्त को आईजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी कि इटावा की ओर जाने वाली रोडवेज बस को देवनगर चौराहे के पास हाथ देकर रुकवाने के बाद भी चालक ने बस नहीं रोकी। जिसकी जांच के बाद सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक उरई डिपो केके आर्य ने शिकायतकर्ता को लिखित रूप से अवगत कराया कि चालक परिवचालकों को प्रत्येक स्टॉप पर रोकने के निर्देश दिए गए हैं। चालक/परिचालक का यह पहला प्रकरण है इसलिए उन्हें सख्त चेतावनी दी गई है साथ ही उनके संविदा चालक और आउटसोर्स पर तैनात परिचालक के वेतन से 100 रुपये की कटौती किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।



