उरई

सूची में नाम हो तभी बनवाए अपना आयुष्मान कार्ड, फर्जी कार्ड से नहीं मिलेगा इलाज़

सत्येन्द्र सिंह राजावत

उरई (जालौन)। इलाज के दौरान आयुष्मान कार्ड का होता है बायोमेट्रिक और भौतिक सत्यापन, मांगे जाते हैं राशन कार्ड और पीएम लेटर के साथ अन्य दस्तावेज। *मुख्य बिंदु*

1. आयुष्मान ऐप को डाउनलोड करके अपने मोबाइल नंबर से लॉगिन करते हुए सूची में अपना नाम देखें और स्वपंजीकरण करते हुए आधार कार्ड से अपना आयुष्मान कार्ड बनवाएं।
2. सूची में नाम देखने के लिए अपना राशन कार्ड अथवा आधार कार्ड का प्रयोग करें।
3. यदि सूची में नाम नहीं है तो आपका आयुष्मान कार्ड जारी नहीं किया जा सकता है।
4. नाम नहीं होने पर अनैतिक तरीके से आयुष्मान कार्ड बनवाकर इलाज की सुविधा प्राप्त नहीं हो सकती है।
5. ना तो स्वयं धोखाधड़ी करें और ना ही किसी धोखाधड़ी के चक्कर में फंसे।
6. आयुष्मान कार्ड निशुल्क बनाया जाता है पंजीकृत केदो पर जैसे पंचायत सचिवालय आयुष्मान आरोग्य मंदिर सूचीबद्ध अस्पताल।
7. यदि आयुष्मान कार्ड के लिए कहीं भी पैसे मांगे जाते हैं, तो इसकी सूचना तत्काल सीएमओ कार्यालय में दें।
8. टोल फ्री नंबर 14555 / 1800 1800 4444 पर भी सूचना दी जा सकती है।

जैसे-जैसे आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों को मुफ्त इलाज की सुविधा सूचीबद्ध प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटल में मिल रही है, वैसे वैसे जनपदवासी अपना आयुष्मान कार्ड बनाने में रुचि लेने लगे हैं। 2018 में योजना की शुरुआत से लेकर अब तक जिले में 4.34 लाख चिन्हित पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। जिसमें से 62,009 लाभार्थियों को आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत प्रदेश समेत देश के विभिन्न सूचीबद्ध प्राइवेट और सरकारी अस्पताल में गंभीर बीमारियों का उपचार मिल चुका है।
यह जानकारी देते हुए आयुष्मान भारत योजना में जिला कार्यक्रम प्रभारी डॉ आशीष ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के विभिन्न कार्यक्रमों में जैसे सामाजिक आर्थिक जातिगत आधारित जनगणना 2011, मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान, अंत्योदय अन्न योजना (लाल राशन कार्ड) एनएफएसए पात्र गृहस्थी (सफेद राशन कार्ड) 6 एवं 6 से अधिक सदस्यों वाले परिवार एवं 60 वर्ष एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक वाले परिवारों के कुल 6.38 लाख लाभार्थियों को योजना अंतर्गत शामिल किया गया है जिसमें कुल 4.34 लाख लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। इसके अतिरिक्त आयुष्मान व वंदना योजना में जनपद के सभी वृद्ध जन जिनके आधार कार्ड में 70 वर्ष एवं 70 वर्ष से अधिक आयु पूरी हो चुकी है, वे इस योजना के पात्र लाभार्थी हैं। 70 वर्ष या इससे अधिक आयु के कुल 14022 वृद्धजनों का आयुष्मान कार्ड अब तक जारी किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त अन्य किसी भी प्रकार के कार्यक्रमों में किसी भी लाभार्थी को सम्मिलित नहीं किया गया है। यदि सूची में नाम है, (जो लाभार्थी आयुष्मान एप्लीकेशन डाउनलोड कर अथवा वेबसाइट के माध्यम से स्वयं देख सकते हैं) तो अपना आयुष्मान कार्ड स्वपंजीकरण करते हुए या पंजीकृत केंद्रों पर ईकेवाईसी करते हुए जारी करवा सकते हैं। किसी भी तरह की गलत गतिविधि अथवा लाभार्थी सूची में नाम ना होते हुए भी किसी भी संस्था अथवा व्यक्ति के द्वारा यदि आपको आयुष्मान कार्ड बनाने का प्रलोभन दिया जाता है तो तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित आयुष्मान भारत जिला क्रियान्वयन इकाई में संपर्क करके जानकारी दे सकते हैं। और लिखित में इसकी शिकायत भी कर सकते हैं। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड सभी पंचायत सहायकों के द्वारा पंचायत सचिवालय में एवं सीएचओ के द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर एवं सूचीबद्ध प्राइवेट एवं सरकारी अस्पताल में आयुष्मान मित्रों के द्वारा बिना किसी शुल्क के बनाए जाते हैं।

_योजना के पात्र लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड नि:शुल्क बनाया जाता है, सूची में नाम देखकर स्वपंजीकरण करते हुए भी आप अपना आयुष्मान कार्ड स्वयं बना सकते हैं या किसी का आयुष्मान कार्ड बनाने में सहयोग कर सकते हैं। 70 वर्ष के आयु पूरी कर चुके हैं सभी वृद्धजनों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। आधार कार्ड में 70 वर्ष पूरा होना ही इस योजना की एकमात्र पात्रता है। विशेष जानकारी सीएमओ कार्यालय में डीआईयू आयुष्मान से अवश्य प्राप्त करें।_ ……. *डॉ एन डी शर्मा, सीएमओ, जालौन।*

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