
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। ग्राम हरीपुरा में आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथासप्ताह ज्ञान यज्ञ में दूसरे दिन कथा व्यास ने पारीक्षत व सुखदेव के जन्म की कथा सुनाई और व्यसनों व बुराइयों से दूर रहने की बात कही।
क्षेत्रीय ग्राम हरीपुरा स्थित मंदिर में मिथलेश मिश्रा द्वारा स्थापित माता मंदिर पर आयोजित भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन कथा व्यास पंडित राजेश मिश्रा ने मौजूद लोगों को धर्म के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि हम अपने धर्म के प्रति सचेत नहीं है, शायद यही कारण की हम खुद के प्रति सचेत नहीं है। धर्म हमारी जड़ में है, धर्म को बढ़ावा देना हम सभी की जिम्मेदारी है, धर्म ही प्रभु से मिलवाता है। उन्होंने कहा कि धर्म ही है जिसकी शरण में जाने पर हम अपनी मंजिल तक पहुंच सकते है और जब कोई धर्म को आगे बढ़ाता है तो उसके पैर खींचने वाले बहुत होते है। लेकिन इससे हमें विचलित नहीं होना चाहिए। कहा कि कोई आपकी बुराई करता और इस दौरान आपको किसी पर क्रोध आए तो तुरंत प्रतिक्रिया करने से पहले कुछ देर शांत हो जाएं। आपका क्रोध कुछ ही देर में स्वयं ही समाप्त हो जाएगा। यह जीवन हमें बार, बार नहीं मिलता। इसलिए इसे अच्छे काम में लगाना चाहिए। हमेशा दूसरों के भले के बारे में सोचो, ऐसा करने पर हमें भी अच्छा फल मिलेगा। तो वहीं, किसी के साथ बुरा करने पर हमें भी बुरा फल मिलता है। इस मौके पर परीक्षित अर्चना मिश्रा मिथलेश कुमार, दिलीप कुमार, डॉ. आशीष कुमार, भगवती प्रसाद मिश्रा, सुनीता कुमार रामायणी, अरूण कुमार, सुनील त्रिपाठी, राजीव पांडेय, आशुतोष, रामजी, रमाकांत, शैलेंद्र कुमार, प्रखर, वर्षा, गौरी, नेहा, राधिका, वेदांत आदि भक्त मौजूद रहे।



