
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। हापुड़ जिलाधिकारी की कार्यशैली के विरोध में तहसील के लेखपालों ने तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपकर मृतक आश्रित को आर्थिक सहायता, योग्यता के अनुसार शीघ्र नौकरी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।
सोमवार को उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले तहसील परिसर में संघ के तहसील अध्यक्ष वैभव त्रिपाठी के नेतृत्व में लेखपालों ने एकत्र होकर विरोध दर्ज कराया और धरना दिया। धरना के बाद लेखपाला ने लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष वैभव त्रिपाठी व मंत्री हरेंद्र वर्मा के नेतृत्व में नायब तहसीलदार तारा शुक्ला को ज्ञापन सौंपकर बताया कि हापुड़ जिलाधिकारी द्वारा अधीनस्थ लेखपाल सुभाष मीणा के खिलाफ बिना जांच के ही उत्पीड़ात्मक कार्रवाई की गई। जिससे वह मानसिक तनाव में आ गए और अंततः उनकी मृत्यु हो गई। लेखपालों ने इसे बेहद संवेदनशील और हृदयविदारक घटना बताते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा अधीनस्थों के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। लेखपाल संघ ने मुख्यमंत्री से मांग की कि मृतक लेखपाल सुभाष मीणा के परिवार को त्वरित आर्थिक सहायता दी जाए और उनके आश्रित को उसकी योग्यता के अनुसार शीघ्र सरकारी नौकरी प्रदान की जाए। साथ ही, इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि प्रदेश में लेखपालों सहित सभी कर्मचारियों के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाना चाहिए। संघ ने कहा कि मुख्य सचिव द्वारा जारी उस शासनादेश का कड़ाई से पालन कराया जाए, जिसमें प्रांतीय, मंडलीय, जनपदीय और तहसील स्तर पर कर्मचारी संगठनों के साथ मासिक बैठक कर उनकी समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए गए हैं। इस मौके पर खंड मंत्री अरविंद यादव, निवर्तमान जिला मंत्री पूजा राजपूत, विश्वजीत यादव, पुष्पेंद्र निरंजन, स्वाति राय, रोहित सिंह, अजय प्रजापति, भगवत प्रसाद, विनोद कुमार, महेंद्र जाटव लेखपाल उपस्थित रहे।