दस्तक अभियान के दौरान 70 वर्ष आयु के वृद्धजनों के आयुष्मान कार्ड की सीएमओ की निगरानी में प्रतिदिन समीक्षा।

सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई(जालौन)। जिले में अभी तक केवल 28% वृद्धजन का ही आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाया गया है, जिनकी आयु आधार कार्ड में 70 वर्ष एवं उससे अधिक की हो चुकी हैं। शासन द्वारा कुल अनुमानित 49762 लाभार्थियों में से 14134 का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है। शेष बचे हुए लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जिले में चल रहे दस्तक अभियान के दौरान विशेष तौर पर 70 वर्ष के वृद्धजनों का आयुष्मान कार्ड बनाने पर केंद्रित किया जाएगा। आशा कार्यकर्ता एवं संगिनी के द्वारा घर-घर भ्रमण के दौरान 70 वर्ष के वृद्धजनों के आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए उन्हें आयुष्मान आरोग्य मंदिर अथवा पंचायत सचिवालय में ले जाकर बनवाने का निर्देश सीएमओ के द्वारा दिया गया है। प्रतिदिन बनाए गए आयुष्मान कार्ड की मॉनिटरिंग सीएमओ के द्वारा स्वयं की जाएगी। यह जानकारी देते हुए आयुष्मान भारत योजना के जिला कार्यक्रम प्रभारी डॉ आशीष ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान आशा घर घर जाकर 70 वर्ष या इससे अधिक आयु के वृद्धजनों की पहचान करते हुए उनसे आयुष्मान कार्ड के बारे में सूचना प्राप्त करेगी और जिनका आयुष्मान कार्ड नहीं बना हुआ है उन्हें आयुष्मान आरोग्य मंदिर में सीएचओ के माध्यम से अथवा पंचायत सचिवालय में पंचायत सहायक के माध्यम से कार्ड बनवाएंगी। आयुष्मान मोबाइल ऐप से स्वपंजीकरण करते हुए भी आधार कार्ड के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाए जा सकते हैं। इसकी भी जानकारी आशाओं के द्वारा लाभार्थियों को दी जाएगी। पूर्व में भी कई योजनाओं में 70 वर्ष से अधिक आयु के वृद्धजनों का नाम सम्मिलित है जैसे सामाजिक, आर्थिक जातिगत आधारित जनगणना 2011 की लाभार्थी सूची, मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान, अंत्योदय अन्न योजना एवं पात्र गृहस्थी 6 एवं 6 से अधिक सदस्यों वाले सफेद राशन कार्ड धारक परिवार के साथ-साथ पात्र गृहस्थी 60 वर्ष या इससे अधिक के वरिष्ठ नागरिकों वाले सफेद राशन कार्ड धारक परिवार। इनमें से अधिकांश के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। जो लाभार्थी छूट गए हैं या आयुष्मान कार्ड किसी कारण से नहीं बनवा सके हैं, उनका इस दस्तक अभियान के दौरान आयुष्मान कार्ड चिन्हित करते हुए बना दिया जाएगा।
_दस्तक अभियान 11 जुलाई से 31 जुलाई तक जनपद में चलाया जा रहा है, जिसमें आशा कार्यकत्रियों को प्रत्येक घर भ्रमण करना अनिवार्य है। इस दौरान 70 वर्ष आयु के वृद्धजन की पहचान के साथ साथ आयुष्मान योजना के विभिन्न श्रेणी में छुटे लाभार्थियों को भी प्रोत्साहित करते हुए आयुष्मान आरोग्य मंदिर, पंचायत सचिवालय या सूचीबद्ध चिकित्सालय में कार्ड बनवाया जाएगा।_ ….. डॉ एन डी शर्मा, मुख्य चिकित्साधिकारी, जालौन।
_सभी सीएचओ और पंचायत सहायक इस विशेष अभियान में आयुष्मान कार्ड अपने केंद्र पर रहकर बनाएंगे। दस्तक अभियान के दौरान आशा को लाभार्थियों को आयुष्मान योजना की जानकारी भी देनी है। छूटे लाभार्थी एवं 70+ आयु के वृद्धजन का कार्ड बनाने का लक्ष्य है।_ …. डॉ आशीष, आयुष्मान प्रभारी, जनपद जालौन।