
0 प्रधानाचार्य डॉ आर के मौर्य की मेहनत से फर्श से अर्श पर पहुंच मेडिकल कॉलेज रिपोर्ट से हुई पुष्टि
0 वर्तमान प्रधानाचार्य की सुविधाओं से मरीज की संख्या में हुआ अच्छा खासा परिवर्तन
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई(जालौन) । प्रधानाचार्य डॉ आर के मौर्य ने जनपद जालौन के राजकीय मेडिकल कॉलेज का जैसे ही चार्ज लिया तो मानो मेडिकल कॉलेज की किस्मत ही बदल गई । और मेडिकल कॉलेज ने कुछ माह में ही जमीन से आसमान तक का सफर तय कर लिया जिसका जीता जागता सबूत वह रिपोर्ट कार्ड है जो प्रधानाचार्य ने वल्ड एनएस थीसिया डे पर जारी किया ।
पिछले कुछ वर्षों से आरोपों में घिरे राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन मैं शासन द्वारा फेर बदल किया गया तो मेडिकल कॉलेज की कमान प्रधानाचार्य डॉ आर के मौर्य ने संभाली डॉक्टर आरके मौर्य द्वारा कार्यभार संभालते ही मानों मेडिकल कॉलेज की जैसी किस्मत ही बदल गई क्योंकि प्रधानाचार्य ने आते ही मेडिकल कॉलेज की कमियों को परखा और वहां बदलाव करना शुरू कर दिया जिसके परिणाम स्वरूप अपनी लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए जाना जाने वाला मेडिकल कॉलेज एम्स की तर्ज पर स्वास्थ्य सेवाएं देने लगा मानो प्रधानाचार्य डॉ आर के मौर्य के आने के बाद मेडिकल कॉलेज फर्श से अर्श तक पहुंच गया क्योंकि जिन सुविधाओं की उम्मीद मेडिकल कॉलेज से जनपद वासियों ने भी नहीं की थी उन सुविधाओं को मरीजों के लिए प्रधानाचार्य ने मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध करा दी। इसके बाद जो मरीज मेडिकल कॉलेज में जाने से कतराते थे और प्राइवेट अस्पतालों का सहारा लेते थे। आज वही मरीज बेधड़क राजकीय मेडिकल कॉलेज में अपना इलाज करवाने जाते हैं और मेडिकल कॉलेज की प्रशंसा भी करते हैं । इतनी तस्वीर बदलने के बाद भी कुछ तीमानदार व सफेद पासों के पेट में दर्द हुआ और मेडिकल कॉलेज पर फर्जी आरोप लगाने लगे लेकिन प्रधानाचार्य द्वारा वर्ल्ड एन एस थीसिया दिवस पर छह माह का एक रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया । जोकि ऐसे लोगों के मुंह पर जोरदार तमाचा है जिनके पेट में दर्द हो रहा था । क्योंकि इस रिपोर्ट कार्ड के बाद उनके ही हाथ पैर फूल गए जब की मेडिकल कॉलेज की तारीफ राज्यपाल व उपमुख्यमंत्री निरीक्षण करने के बाद कर चुके हैं । क्योंकि जो बदलाव इतने सालों में कोई नहीं कर पाया वह वर्तमान प्रधानाचार्य ने करके दिखाएं । इन सब बदलाव की बहुत सी झलकियां प्रधानाचार्य द्वारा जारी किए गए रिपोर्ट कार्ड में देखने को मिलती है जहां पिछले साल 2022 में जनवरी से दिसंबर तक ओ0पी0डी0 में कुल 236868 मरीज आए जबकि 2023 में अब तक 336451 मरीज आए हैं जबकि 2022 में 7314 ऑपरेशन किए गए और 2023 में 23056 ऑपरेशन हो चुके हैं और इनमें प्रतिदिन लगातार इजाफा हो रहा है जबकि मेडिकल कॉलेज में एम्स के तर्ज पर ग्रीन जोन, येलो जोन, रेड जोन एवं ट्रायल जोन एरिया में भर्ती की सुविधा प्रारंभ की गई है । जो पहले उपलब्ध नहीं थी ।मेडिकल कॉलेज में दंत रोग विभाग में ऑर्थो पेंटाग्राम की स्थापना अप्रैल 2023 रेबीज क्लीनिक की स्थापना मई 2023 कैंसर क्लीनिक की स्थापना मई 2023 एच0 एम0 आई0 एस0 पोर्टल का पूर्ण रूप से संचालन और मरीजों की डिस्चार्ज की व्यवस्था मार्च 2023 डायलिसिस यूनिट की पुनः स्थापन जून 2023 इमरजेंसी में 24 घंटे मेजर ऑपरेशन का प्रारंभ मई 2023 एमबीबीएस के छात्रों की उपस्थिति एवं उनके छात्रावास की स्थिति सॉफ्टवेयर द्वारा उनके अभिभावकों को सूचना देना प्रारंभ किया गया । लेक्चर थिएटर में स्मार्ट क्लास का प्रारंभ एवं ई लाइब्रेरी की स्थापना मई के प्रथम सप्ताह में की गई । आकस्मिक स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग एवं इमरजेंसी पीडियाट्रिक्स विभाग प्रारंभ किया गया । ई0ई0जी0 मशीन का संचालन एवं ई पेमेंट की सुविधा भी प्रारंभ की गई । रिपोर्ट कार्ड व वर्ल्र्ड एन एस थीसिया डे के कार्यक्रम में डॉक्टर शैलेंद्र प्रताप ,डॉक्टर जितेंद्र मिश्रा ,डॉक्टर विशाल अग्रवाल, डॉक्टर चरक संगवान ,डॉक्टर अरुण अहिरवार ,डॉ प्रशांत निरंजन व मेडिकल स्टाफ मौजूद रहा ।