
रिपोर्टअनुराग श्रीवास्तव सम्पादक सत्येन्द्र सिंह राजावत
जालौन (उरई)। शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के देवी मंदिरों में सुबह ही तांता लगा रहा। भक्तों ने मंदिरों में पहुंचकर मां की आराधना की तथा सुख समृद्धि की कामना की गयी। नवरात्रि के मौके पर नगर व ग्रामीण क्षेत्र में विभिन्न स्वरूपों की 51 स्थापित की गयी।
नगर के प्राचीन व प्रमुख देवी मंदिर छोटी माता मंदिर, बड़ी माता मंदिर, अलखिया माता मंदिर तथा ग्रामीण क्षेत्र के कामांक्षा माता मंदिर में शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन भक्तों का सुबह से तांता लगा रहा। महिलाएं, बच्चें तथा पुरूष सभी लोग मंदिरों में सुबह 4 बजे से मंदिर पहुंचने लगे थे। भक्तों का मंदिर में पहुंचने का क्रम दोपहर तक चलता रहा। माता के चरणों में जल, सिंदूर, रोली, चावल, पुष्प, मिष्ठान अर्पित कर माता का ध्यान किया। भक्तों ने माता की आराधना कर मां के प्रथम रूप शैलपुत्री से सुख समृद्धि की कामना की। मंदिरों तथा नगर व ग्रामीण क्षेत्र में बने 51 दुर्गा पंडालों में विराजित मां के विभिन्न रूपों की झांकियों के दर्शन किए तथा शीष झुका माता का आशीर्वाद लिया। दुर्गा पंडालों तथा मंदिरों में होने वाली सुबह सांय की आरती में भक्तों की भीड़ जुट रही है। मंदिरों व दुर्गा पंडाल में बज रहे देवी गीतों व शंख, झालर, ढोल नगाड़े की ध्वनि तथा भजनों के स्वरों व जयकारों से नगर माता की भक्ति रस में डुबकी लगा रहा है।