बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन(उरई)। हरी मटर खरीदने के बाद क्रेता लगभग 3 लाख रुपये नहीं दे रहे हैं। पुलिस द्वारा शिकायत पर कार्रवाई न करने पर फर्म संचालक ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय के आदेश पर कोतवाली में 5 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला रापटगंज निवासी मोहम्मद रईस पुत्र हाजी सिकंदर ने बताया कि जनवरी माह में उन्होंने 4 ट्रक हरी मटर देवानंद निवासी गंगापुरा बहराइच, स्वामीनाथन वर्मा बटोही पुरवा गोंडा, अजय मौर्या व अमर नाथ निवासीगण रहीमनगर डुडौली लखनऊ व रईस एंड संस कंपनी गोररखपुर के संचालक इमरान को बेची थी। 4 ट्रक हरी मटर की कीमत 5 लाख 16 हजार 935 रुपये थी। जिसमें से आरोपियों द्वारा 2 लाख 2 हजार 539 रुपये का भुगतान किया गया। शेष 3 लाख 14 हजार 396 रुपये उन्होंने कुछ दिन बाद देने की बात कही थी। तबसे लगभग 7 माह हो चुके हैं। लेकिन उक्त लोग शेष धनराशि नहीं दे रहे हैं। जबकि किसान उनसे रुपये मांग रहे हैं। जब उन्होंने रुपये मांगे तो पहले तो बहाना करते रहे अब वह उनके रुपये हड़प कर बैठ गए और रुपये देने से साफ इंकार कर रहे हैं। बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत कोतवाली में की थी। लेकिन सुनवाई न होने पर उन्होंने न्यायालय की शरण ली। वहीं, न्यायालय के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने 5 आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की।