जालौन (उरई)। पड़ोसी किसानों द्वारा पांच वर्ष पूर्व चकरोड को तोड़ दिया गया था। 5 वर्ष से दिव्यांग किसान अधिकारियों के चक्कर काट रहा है इसके बाद भी चकरोड का निर्माण नहीं हो रहा है। जिससे किसान का खेत तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। पीड़ित किसान ने डीएम को शिकायती पत्र भेजकर चकरोड को अतिक्रमणमुक्त कराने की मांग की है। तहसील क्षेत्र के ग्राम जगतपुर अहीर निवासी दिव्यांग किसान रविंद्र सिंह ने डीएम को शिकायती पत्र देकर बताया कि उनका खेत गाटा संख्या 430 मौजा सलऊपुर में स्थित है। उक्त खेत तक पहुंचने के लिए दो चकरोड संख्या 435 एवं 418 है। उनके खेत के पड़ोसी किसान जिनके खेत उनके खेत से पहले हैं उन्होंने पांच वर्ष पूर्व उक्त दोनों चकरोड को तोड़कर अपने खेत में मिला लिया था। चकरोड के उनके कब्जे में आ जाने से अब वह न तो स्वयं और न ही उसके कृषि उपकरण खेत में पहुंच पाते हैं। ऐसे में खेती के कार्य प्रभावित हो रहेे हैं। इस बावत वह दर्जनों बार शिकायत कर चुका है। लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ इतना होता है कि लेखपाल मौके पर पहुंचकर चकरोड की नाप करा देते हैं। उनके जाने के बाद पुनः वही हालात हो जाते हैं। 5 वर्ष्षों से समस्या का समाधान न होने से किसान परेशान है। परेशान दिव्यांग किसान ने डीएम से चकरोड को अतिक्रमणमुक्त कराने की मांग की है।
With Product You Purchase
Subscribe to our mailing list to get the new updates!
Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.
Related Articles
Check Also
Close