जालौन

संसार में ईश्वर का दूसरा रुप होते माता-पिता: सुशील

बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन(उरई)। कच्चे- पक्के कुड़वारे की पालनहार मताई। संसार में माता पिता से बड़कर कोई नहीं हैं। ईश्वर के रूप में माता पिता ही होते हैं।इनकी सेवा से ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है ।यह विचार औरैया रोड जालौन स्थित ब्रजधाम में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सुशील कुमार कुशवाहा ,शिक्षक छत्रसाल इंटर कॉलेज जालौन ने व्यक्त किए।अध्यक्षता डॉक्टर रामशंकर भारती ने की।
श्री रामलीला समिति जालौन के अध्यक्ष शशिकांत द्विवेदी ने श्रद्धांजलि समारोह का उदघाटन करते हुए कहा कि इस नई परम्परा से लोगों को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि माता पिता की सेवा से बड़कर कुछ भी नहीं है। जीवन में उनके उपकारों को नहीं भूलना चाहिए।विशिष्ट अतिथि श्री शिवराम महाजन जिला सह संघचालक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनपद जालौन ने कहा कि माता पिता और गुरु हमारे जीवन आदर्श हैं। इनको सदैव स्मरण करना हमारा कर्तव्य है।संगीताचार्य रामरूप वर्मा की पूजनीय माता जी स्वर्गीय देशरानी पत्नी स्वर्गीय गोटीराम पिरौनिया विलाया बालो की बरसी पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में अनुराधा कठेरिया,रमेश चंद्र जाटव एडवोकेट, पूर्व प्रधानाचार्य ब्रजमोहन विश्वकर्मा,सरदार दयाराम कोंच, संतराम मास्टर , नाथूराम ताड़ौल,जयदेव कुम्हरार,नंदराम मिस्त्री , ओमप्रकाश जाटव, पप्पू ठेकेदार, कन्हैया लाल क्योलारी, परमानंद चंचल कुशमिलिया, मोहन कपासी, अजय मास्टर व्योना राजा, श्याम भारती हरीपुरा, जिलाध्यक्ष भानु बंगरा सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। देर रात्रि तक चले संगीत समारोह में शिप्रा आजाद कानपुर, मंजूलता सिंगर जालौन, सुरेन्द्र जहरीला, जसवंत सिंह डीहा ने संगीत समारोह को मधुर संगीत से सफल बनाया।

Related Articles

Back to top button