बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन(उरई)। हरिनाम स्मरण मात्र से जीव का कष्ट दूर हो जाता है, यह बात श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन ग्राम खनुआं मे चल रही कथा में व्यासजी ने कही। इस दौरान कथा व्यास ने पारीक्षित के जन्म, उनके श्राप और भागवत कथा के महत्व के बारे में भी बताया। ग्राम खनुआं में श्रीगौड़ बाबा मंदिर पर श्रीमद् साप्ताहिक भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के दूसरे दिन कथा व्यास पं. सुदामा प्रसाद तिवारी ने श्रोताओं को हरिनाम की महिमा का वर्णन करते हुये कहा कि राम नाम में इतनी शक्ति है कि इसके स्मरण मात्र से जीव का कल्याण हो जाता है। इसके बाद उन्होंने पारीक्षित की कथा सुनाते हुए कहा कि पारीक्षित ने ही भागवत कथा सुनकर मोक्ष की प्राप्ति की। उनको मिली श्राप से मुक्ति इसी भागवत कथा को सुनने का परिणाम है। पारीक्षित रामू तिवारी की माताजी ने हवन पूजन में भाग लिया और भागवाताचार्य ने अपनी सरस वाणी से सभी श्रोत्राओ को मंत्र मुग्ध किया। संगीतमय कथा को सुनकर श्रोता झूम उठे। कथा वाचक ने भागवत कथा के गूढ़ रहस्यों के बारे में भी श्रोताओं को अवगत कराया। कथा का आयोजन बाबा रामदास त्यागी के सानिध्य में चल रहा है। इस मौके पर कुलदीप बुधौलिया, मनु गोस्वामी, आशुतोष तिवारी, बबली तिवारी, जीतेंद्र उर्फ लला उदैनिया, केके कुशवाहा, वैदेहीशरण मिश्रा, ज्ञानसिंह, दयालू, राम मोहन तिवारी, मनोज कुशवाहा आदि मौजूद रहे।