सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई(जालौन)। शहर के मंडी चैकी क्षेत्र के राठ रोड निवासी सट्टा माफिया कभी अन्य सट्टा माफियाओं के यहां पर काम करता था, और वह जब सट्टा के काम में पूरी तरह जानकारी हासिल कर चुका, तो उसने उससे दूरी बना कर अपना खुद का सट्टा का कारोबार राठ रोड़ पुल के नीचे से शुरू कर दिया। आज वह सट्टे के व्यापार में उरई शहर का सबसे बड़ा सट्टा माफिया बन गया। जिसका कारोबार मंडी चैकी क्षेत्र के एक जगह नहीं एक साथ कई जगहों पर चल रहा है। गरीब लोगों को 9 के 90 देने का लालच देकर उनको खेलने पर मजबूर करते हैं, और लाखों रुपए के बारे न्यारे करते हैं। यहां तक की एक समाजसेवी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि इस सट्टा माफिया की जड़ें इतनी मजबूत है कि अगर पुलिस इस पर कार्यवाही भी करती है तो पुलिस द्वारा पकड़े गए सट्टा पर्ची के साथ उस युवक को रास्ते में ही सेटिंग गेटिंग कर छोड़ना पड़ता है यहां तक बताया गया है कि अधिकारियों के नाम पर प्रति महीने लाखों रुपए सट्टा माफिया के द्वारा निकाला जाता है।
आपको बता दें कि राठ रोड पुल के नीचे से सट्टा का खेल शुरू करने वाले विख्यात सट्टा माफिया ने अपने कारोबार में बढ़ोतरी कर कई सट्टा माफियाओं को धराशाही कर, शहर के लगभग कई जगहों पर सट्टा के कारोबार को फैलाया, और इस सट्टा माफिया पर पुलिस कारवाही करने पर भी कतराती है। अब इसके पीछे राज क्या है या फिर इस सट्टा माफिया के सर पर किसी सफेदपोश नेता या किसी खाकी का हांथ तो नहीं यह बात तो सिर्फ ईमानदार पुलिस अधीक्षक के जांच के बाद ही पता चल पाएगा।