मड़ावरा…रनगांव मेले की तैयारियां तेज: सीजन का आखरी मेला होने के कारण यूपी सहित एमपी से पहुंचते हैं हजारों की संख्या में लोग
अभय प्रताप सिंह
ललितपुर जिले के मड़ावरा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रनगांव के मोतीमंदिर परिसर में लगने वाले वार्षिक मेले की तैयारियां इन दिनों जोरों पर चल रहीं हैं। साल का आखरी मेला होने के कारण यूपी सहित मध्य प्रदेश के नजदीकी जिले के लोग भारी संख्या में पहुंचकर खरीददारी करते हैं। मेले का आगामी 23 मई को भव्य आगाज होगा। इससे पहले तमाम प्रकार के व्यापारियों ने डेरा डालकर अपनी-अपनी दुकानें सजाने का काम शुरू कर दिया है।
रनगांव के मोती मंदिर पर सीजन का आखरी साप्ताहिक मेले को लेकर बच्चों में खासा उत्साह क्योंकि बीते दो-तीन साल में कोरोना महामारी के कारण मेला नहीं लगा। मेले में मनोरंजन के लिए कई प्रकार के झूले,सर्कस, मौत का कुआं आदि का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। प्रशासनिक देखरेख में लगने वाले मेले का मेला समिति द्वारा धर्मध्वजा चढ़ा दिया गया। सात दिन तक लगने वाले मेले में राई नृत्य का जबरदस्त धमाल रहता है,जिसका दूर दूर से आने वाले दर्शक लुत्फ उठाते है। क्षेत्र का आखरी मेला कहे जाने वाले रनगांव मेले में ललितपुर जिले सहित पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश के टीकमगढ़,बारायठा, साहगढ़,बंडा, मालथौन,सागर,बांदरी,मकरौनिया से भरी संख्या में लोग मेला देखने के लिए पहुंचते हैं।
चार महीने की करते खरीददारी
बताया जाता है कि बरसात के मौसम से ठीक पहले लगने वाले मेले से लोग कपड़ों सहित अपनी किचिन का सामान वर्तन,मिर्च,धनिया,हल्दी,लहसुन,प्याज आदि मसाले खरीदकर रख लेते। जिससे बरसात के चार महीने उन्हें कहीं खरीददारी के लिए जाना न पड़े।
पशुओं की खरीददारी
साप्ताहिक मेला पशुओं का मेला भी कहा जाता है,लोग मेले में गाय,बैल बेंचने व खरीदने के लिए दूर -दूर से आते हैं। मेले के पास में ही भारी संख्या में पशु खड़े रहते हैं जहां से लोग खरीददारी करते हैं।