
उरई जालौन उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की मा० उपाध्यक्ष (उपमंत्री स्तर) श्रीमती अपर्णा यादव ने विकास भवन स्थित रानी लक्ष्मीबाई सभागार में महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों की गहन समीक्षा बैठक की। बैठक में महिला आयोग सदस्य अर्चना पटेल, जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मा० उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पीड़ित महिलाओं को शीघ्र, निष्पक्ष और समयबद्ध न्याय दिलाना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि यह योजना बालिकाओं के जन्म से लेकर शिक्षा तक के विकास को सुनिश्चित करती है। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक पात्र बालिकाएं योजना से लाभांवित हों, यह सुनिश्चित करना विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद के सभी सरकारी एवं सहायता प्राप्त विद्यालयों में योजना के पम्पलेट्स प्रमुखता से चस्पा किए जाएँ, ताकि विद्यार्थी एवं अभिभावक योजना के प्रति जागरूक हो सकें। साथ ही, विद्यालयों में विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने के निर्देश भी दिए गए। महिला कल्याण, पुलिस, शिक्षा, बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों को महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा से संबंधित योजनाओं की स्थलीय निगरानी और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। मा० उपाध्यक्ष ने अधिकारियों से कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप नारी गरिमा, सुरक्षा और स्वावलंबन को प्राथमिकता दी जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी केके सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तिखार अहमद जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण सिंह तथा सिटी मजिस्ट्रेट राजेश कुमार वर्मा सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी, एवं महिला कल्याण विभाग के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।