जालौन(उरई)।बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के तत्वाधान में रानी झांसी का बलिदान दिवस मनाया गया। कार्यकर्ताओं ने रानी लक्ष्मीबाई अमर रहे जब तक सूरज चांद रहेगा रानी तेरा नाम रहेगा की जय घोष के साथ रानी लक्ष्मी बाई पार्क पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया इसके बाद सभी कार्यकर्ताओं ने पार्क में एक गोष्ठी का आयोजन किया जिसमें विभिन्न कार्यकर्ताओं ने रानी लक्ष्मी बाई के जीवन और संघर्ष पर प्रकाश डाला लला पाटकर ने बताया रानी लक्ष्मी बाई का जन्म भले ही काशी में हुआ हो लेकर रानी हम सब बुंदेलखंड वासियों के आस्था और प्रेरणा का स्रोत हैं आशा फाउंडेशन के डायरेक्टर केशव द्विवेदी जी ने रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महिला होते हुए भी महारानी लक्ष्मीबाई के अंदर शोर्यऔर साहस कूट-कूट कर भरा हुआ था उन्होंने कहा था मैं अपनी झांसी नहीं दूंगी और वह आखिरी दम तक अपनी बात पर कायम रही बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रदुम्न दीक्षित इटहिया ने रानी झांसी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया की बचपन से ही रानी लक्ष्मी बाई निर्भीक वीर और साहसी थी उन जैसा रण कौशल किसी भी योद्धा में नहीं था बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रद्युम्न इटहिया ने बताया की दैनिक जागरण के द्वारा झांसी रानी को सम्मान दिलाने के लिए आयोजित की गई रानी झांसी क्रांति पथ रज कलश यात्रा एक अच्छी पहल है और स्वागत योग्य है लेकिन 18 सो 57 के स्वतंत्रता संग्राम में नगर जालौन का भी विशेष योगदान रहा है तत्कालीन जालौन की महारानी ताई बाई ने झांसी की रानी की यथासंभव मदद भी की थी और झांसी की रानी नगर जालौन रुकी भी थी लेकिन रानी झांसी क्रांति पथ रज कलश यात्रा का जालौर नगर में ना आना खेद का विषय है जो हम सब जालौन नगर वासियों के लिए एक विचारणीय प्रश्न है इस अवसर पर दर्जनों लोग उपस्थित रहे
उपस्थित लोग लला पाटकर विवेक श्रीवास्तव पूरन सिंह अजमेरी राइन वसीम राइन छविराम यादव आमिर फिरोज भूरे पहलवान केशव द्विवेदी विनोद साहू अशफाक राइन भूरे शेखपुर खुर्द मुकीम बांके बिहारी सोनी एवं दर्जनों लोग उपस्थित रहे