0 दिन ढलते ही शुरू हो जाता है अवैध मिट्टी खनन का कारोबार
0 चुर्खी रोड पर फर्राटा भरते हैं मिट्टी भरे ट्रैक्टर
सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन )। शासन व प्रशासन की सख्ती के बावजूद भी कुछ लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं जैसे ही प्रशासन सख्ती करता है उसके बाद यह लोग अपने अवैध कारोबार को चलाने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर लेते हैं। नगर में मिट्टी खनन का अवैध कारोबार जोरों शोरों से फल फूल रहा है। इसका एक नजारा रात के अंधेरे में चुर्खी रोड पर देखा जा सकता है। जहां दिन ढलते ही मिट्टी भरे ट्रैक्टर फर्राटे भरते देखे जा सकते है। और इतना ही नहीं सारी रात इनका मिट्टी ले जाने का क्रम जारी रहता है। अवैध मिट्टी का कारोबार चला रहे ठेकेदार अपने गुर्गों को चैराहे पर लगाकर अधिकारियों की रेकी भी करवाते हैं। जैसे ही कोई अधिकारी की गाड़ियां आते देखते हैं तो वह अपने मोबाइल से पॉस का बटन दबाते हैं और मिट्टी भरे ट्रैक्टर तुरंत ही इधर-उधर गायब हो जाते हैं। इतना ही नहीं इन अवैध मिट्टी का कारोबार कर रहे ठेकेदारों को किसी का डर नहीं है और ट्रैक्टर इतनी हाई स्पीड में निकाले जाते हैं कि उनके सामने कोई भी चपेट में आ सकता है जब ट्रैक्टर के ब्रेक लगाए जाते हैं तो लगभग 10 मीटर की दूरी पर जाकर रुकते हैं। अगर इतने में इनके बीच में कोई आता है तो उसको यह उड़ाते हुए निकल जाएंगे। लेकिन गनीमत तो यह रहती है कि रात का समय होने की वजह से रोड पर आवाजाही कम होती है और हादसे होने से बच जाते हैं। लेकिन अगर इन की स्पीड देख कर कोई इन्हें रोकता टोकता है तो यह उस को धमकाने से नहीं चूकते हैं। और मारपीट करने तक आमादा हो जाते हैं। लेकिन सूत्रों की माने तो अवैध मिट्टी कारोबार करने वालों को कोई ना कोई संरक्षण दे रहा है। जिस वजह से यह अपने अवैध कारोबार को खुलेआम धड़ल्ले से करते हैं। लेकिन ताज्जुब की बात तो यह है कि जहां पर लोगों को यातायात के नियम सिखाए जाते हैं। उसी आरटीओ ऑफिस के बाहर रोड पर धड़ल्ले से यह अवैध मिट्टी भरे ट्रैक्टर निकलते देखे जा सकते हैं। इन ठेकेदारों की खूबी तो यह है की शाम को आरटीओ ऑफिस का ताला लगते ही इनका कारोबार चालू हो जाता है और आरटीओ विभाग का ताला खुलने से पहले यह अपने कारोबार को दिनभर के लिए विराम दे देते हैं।