कालपी

कालपी में सहारा इंडिया शाखा भागने की फिराक में

कालपी (जालौन)। कालपी में संपूर्ण समाधान दिवस पर सहारा इंडिया कंपनी के खिलाफ उन्ही के एजेंटों ने उप जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन। अभिकर्ताओ तथा निवेशकों की शिकायत पर स्थानीय प्रशासन ने झाड़ा पल्ला। पिछले करीब 10 वर्षों से सहारा इंडिया प्राइवेट लिमिटेड तथा सेवी के बीच चल रही नोकझोंक में बेचारे निवेशकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है । शाखा पूर्णतया बंद होने से हजारों निवेशकों का जमा पूंजी खतरे में पड़ सकती है। क्योंकि बीते कुछ दिनों से सहारा इंडिया अपने कई क्षेत्रीय शाखाओं को बंद कर चुकी है और आगे भी करती जा रही है। इसका जीता जागता उदाहरण आज कालपी में देखने को मिला जहां कुछ दिनो से सहारा इंडिया ने अपनी कालपी शाखा में चल रहे औपचारिक कार्यप्रणाली एवं कागजी कार्यों पर पूर्णता लगाम लगा दिया है और कंपनी ने शाखा को बंद करने का निर्णय भी ले लिया है । जिस बात को लेकर कालपी नगर के निवेशकों तथा एजेंट (अभिकर्ताओं) में काफी रोष देखने को मिल रहा है ।
इसी के चलते आज शनिवार को दोपहर 12ः00 बजे सहारा इंडिया कालपी शाखा के एक दर्जन (एजेंट) अभिकर्ताओं तथा निवेशकों ने इस बात की शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस के उपलक्ष में उप जिलाधिकारी कालपी से करने के लिए तहसील सभागार में एकत्रित हुए लेकिन वहां पर भी उन्हें असफलता ही हाथ लगी और मायूस होकर घर लौटना पड़ा। स्थानीय प्रशासन ने इस बात को लेकर अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि सहारा इंडिया एक डूबता हुआ जहाज है तथा एक प्राइवेट कंपनी है तथा मामला न्यायलय में लंबित है बतौर क्षेत्रीय प्रशासन की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। आप लोग कोर्ट में जाय और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएं। सूत्रों से पता चला कि सहारा इंडिया की कालपी शाखा में निवेशकों के करीब 100 करोड़ रुपए के भुगतान लंबित बताए जा रहे हैं ऐसी स्थिति में यदि कालपी शाखा बंद होती है तो इस शाखा से जुड़े सहारा इंडिया के दर्जनों कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे तथा हजारों निवेशकों की जीवन भर की गाढ़ी कमाई पानी में डूब जाएगी।
गौरतलब हो कि सहारा इंडिया तथा सेबी की इस लड़ाई में बेचारे निवेशको तथा एजेंटों का बुरा हाल हो गया है निवेशक, एजेंटों से अपना पैसा मांग रहे हैं क्योंकि जमा करते समय एजेंटों द्वारा कंपनियों की योजनाओं को बढ़ा चढ़ाकर बताया गया और गरीब जनता का धन कंपनी में निवेश कराया गया वहीं आज उनके लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है और फिर ऐसे में यदि सहारा कंपनी अपनी कालपी शाखा को बंद करती है तो एजेंट तथा निवेशकों में भारी टकराव की आशंका भी पैदा हो सकती है । इसी बात के डर से कालपी शाखा के कंपनी कर्मचारी ,एजेंट तथा निवेशको ने सहारा इंडिया के 4 प्रबंधकों को नामजद शिकायत उप जिलाधिकारी कालपी के सामने प्रस्तुत की । इन्ही के इशारे पर निवेशकों के भुगतान करने को मना किया गया है तथा ये लोग शाखा भी बंद करके भागने की फिराक में है । अभिकर्ताओ तथा निवेशकों ने शासन एवं प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि सहारा इंडिया की कालपी ब्रांच को बंद कराने से रोका जाए तथा प्रशासन सहारा इंडिया के उच्च अधिकारियों से बात कर निवेशकों का भुगतान अति शीघ्र कराने में मदद की गुहार लगाई है।

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