अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन (उरई)। तंबाकू का सेवन चाहे वह किसी भी रूप में हो हमेशा ही हानिकारक होता है। इसलिए तंबाकू के सेवन को आज ही न कहें। यह बात राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत तहसील परिसर में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में डॉ. राजीव दुबे ने कही। इस दौरान उपस्थितजनों ने तंबाकू का सेवन न करने की शपथ भी ली। जिला तंबाकू नियंत्रण केंद्र के तत्वावधान में तहसील सभागार में राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जागरूकता गोष्ठी का आयोजन तहसीलदार सुशील कुमार की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें जिला तंबाकू प्रकोष्ठ से आए महेश कुमार ने कहा कि तंबाकू मुक्त भविष्य के लिए युवाओं का आगे आना होगा। तंबाकू की लत व्यक्ति के साथ साथ पूरे परिवार को बर्बाद कर देती है। काउंसलर प्रीति राठौर ने कहा युवा समाज नशे को मानसिक तनाव या फैशन के रुप में उपयोग कर रहा है। जिससे भविष्य में काफी परेशानियां व बीमारियां जन्म लेगी, जो स्वास्थ्य एवं जीवन के लिए घातक हो सकती हैं। डॉ. राजीव दुबे ने बताया तंबाकू का प्रयोग चाहे धुंऐ के रूप में किया जाए अथवा चबाने के रूप में। तंबाकू सभी रूपों में हानिकारक है। तहसीलदार ने धारा 6 ए जिसमें 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के तंबाकू उत्पाद बेचना अपराध है के बारे में जानकारी दी। धारा 6 बी जिसमें किसी भी स्कूल कॉलेज की 100 मीटर की दूरी मादक पदार्थ विक्रय करने पर सजा के प्रावधान के बारे में बताया। अंत में उपस्थितजनों को तंबाकू को पूर्णतया त्यागने की शपथ दिलाई गई।