जालौन

सामाजिक जिम्मेदारियों का महत्व समझाती है रामकथा

अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास

जालौन (उरई)। रामकथा राम चरित्र, पारिवारिक समस्याएं, सामाजिक जिम्मेदारियों का महत्व समझाती है। यह कथा इस भाव से सुनें कि यह अपने ही घर परिवार की कहानी है। भगवान राम प्रत्येक घर के सदस्य है। किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि जिसके मन में मानवता को जगाने का भाव है उन सभी के घर के सदस्य भगवान श्रीराम हैं। यह बात गूढ़ा स्थित श्रीशनि धाम पर श्रीशनि अनुष्ठान महायज्ञ में रामकथा के पहले दिन मानस वैष्णवी किशोरीजी ने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कही।
गूढ़ा स्थित श्रीशनि धाम परिसर में श्रीशनि अनुष्ठान महायज्ञ का अयोजन किया जा रहा है। महायज्ञ के साथ ही यज्ञ स्थल पर श्रीराम कथा एवं रात्रि के समय रामलीला का मंचन किया जा रहा है। रामकथा के पहले दिन मानस वैष्णवी किशोरीजी ने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि रामकथा राम चरित्र, पारिवारिक समस्याएं, सामाजिक जिम्मेदारियों का महत्व समझाती है। यह कथा इस भाव से सुने की यह मेरे ही घर परिवार की कहानी है। भगवान राम प्रत्येक घर के सदस्य है। किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि जिसके मन में मानवता को जगाने का भाव है उन सभी के घर के सदस्य है भगवान श्रीराम। राम कथा से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है कुछ लोग कहते है कि रामकथा गंभीर होती है, जीवन में कई बार ऐसे पल आते है जब हमें गंभीर होना पड़ता है। हमें रामकथा बहुत बडा संबल देती है। संरक्षक महंत जमुनादासजी महाराज के निर्देशन में हो रहे महायज्ञ में यज्ञ संपन्न कराने की जिम्मेदारी का निर्वहन पं. निखिल कृष्ण शास्त्री ने किया।

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