उरई

राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन प्रधानाचार्य डॉ0 नाथ पर हो सकती बड़ी कार्यवाही ?

 

0 डॉ0 नाथ से पीड़ित स्टाफ ने शासन को भेजी लिखित शिकायत
0पीड़ित स्टाफ ने शिकायत में डॉक्टर नाथ के काले कारनामों का खोला कच्चा चिट्ठा
0प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन की जांच में गले तक फंसे डॉक्टर नाथ

सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई(जालौन)। जैसा कि डॉक्टरों को इस युग में भगवान का दर्जा दिया जाता है और लोग डॉक्टरों की हर बात को सर्वोपरि मानते हैं क्योंकि डॉक्टरी ही एक ऐसा पेशा है जो लोगों की जान बचा सकता है लेकिन इस पेशे की आड़ में कुछ लालची लोग अपने स्वार्थ के लिए लोगों की उस आस्था के साथ खिलवाड़ करते हैं जो लोग डॉक्टरों के प्रति रखते हैं इस तरह के कई मामले देखने को मिलते हैं जहां डॉक्टरों के लालच के चलते मरीजों की मौत तक हो जाती है लेकिन फिर भी लोग डॉक्टरों को भगवान का दर्जा देते है वही एक मामला जनपद जालौन का सामने आया है जहां सूत्रों की मानें तो जो स्टाफ मरीजों की सेवा में लगा रहता है वह निस्वार्थ भाव से मरीजों की देखरेख कर रहा है उस स्टाफ का राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ0 नाथ द्वारा लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है जिस कारण मेडिकल की स्थिति बद से बदतर हो गई है और मेडिकल कॉलेज की अनियमितताओं की लिखित शिकायत पीड़ित स्टाफ ने उत्तर प्रदेश शासन को भेजी है जिसको लेकर प्रमुख सचिव शिक्षा उत्तर प्रदेश लखनऊ आलोक कुमार द्वारा पत्र संख्या 1ध्144248ध्2022 मैं एक आदेश जारी कर डॉक्टर द्विजेन्द्र नाथ प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन के संबंध में समस्त पीड़ित स्टाफ राजकीय मेडिकल कॉलेज जालौन द्वारा की गई शिकायतों में उल्लिखित बिंदुओं की जांच हेतु विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग श्रीमती शुभ्रा सक्सेना को नामित किया है और इसी क्रम में उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा अनुभाग 1 लखनऊ द्वारा दिनांक 21 मार्च 2022 को एक पत्र और जारी कर इस प्रकरण की जांच हेतु श्री अनिल कुमार सिंह संयुक्त सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन व श्री धीरेंद्र कुमार निगम सम्बद्ध अधिकारी चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण उत्तर प्रदेश लखनऊ अधिकारीगण को भी विशेष सचिव के सहायतार्थ नामित किया और शिकायती पत्र में उल्लिखित बिंदुओं की जांच कर 1 सप्ताह में तथ्यात्मक रिपोर्ट विशेष सचिव को उपलब्ध कराने के लिए आदेशित किया गया है लेकिन देखा जाए तो अभी आरोपों की जांच होने के बाद ही सत्यता का पता चलेगा वहीं जब मेडिकल के कुछ स्टाफ से बात की गई तो नाम ना छापने की शर्त पर उन मेडिकल स्टाफ ने मेडिकल प्रिंसिपल द्वारा उत्पीड़न की बात को स्वीकारा व राजकीय मेडिकल कॉलेज के कई ऐसे कृतों के बारे में बताया जो प्रिंसिपल द्वारा किए जा रहे हैं जिन की सत्यता भी उनके द्वारा बताई गई अब इन सूत्रों की मानें तो डॉक्टर नाथ की नैया राम भरोसे ही है जो कि कभी भी डूब सकती है लेकिन सूत्रों की माने तो डॉक्टर नाथद्वारा लगातार इन मामलों को मैनेज कर दबाने का प्रयास किया जा रहा है जिसमें इनका साथ कुछ ऐसे पत्रकार भी दे रहे हैं जो अपने को इनका हितेषी बताते हैं और इनके राजदार भी हैं इसके अलावा इनके साथ कई गुल भी खिला रहे हैं क्योंकि डॉक्टर नाथ द्वारा दी जा रही मलाई की मिठास इन पर चढ़ी हुई है
फोटो परिचय— राजकीय मेडिकल

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