अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन ।नगर की शासिका रही ताई बाई की प्रतिमा व पार्क बनाने को नगर में बनवाये जाने की मांग को लेकर समाजसेवियों ने नगर पालिका अध्यक्ष को मांग पत्र सौपा था तथा इस मांग को शीघ्र पूरा करने की मांग की थी। 3 वर्ष बीत चुके हैं तथा नगर पालिका अध्यक्ष का कार्यकाल भी समाप्त की ओर हैऊ। इसके बाद भी नगरवासियों की मांग अधूरी पड़ी है।
नगर के समाजसेवियों ने नगर पालिका परिषद अध्यक्ष गिरीश गुप्ता जी को 2019 में एक मांग पत्र सौंपा था जिसमें मांग की गई की जालौन नगर ऐतिहासिक नगर रहा है जिस की रानी ताई भाई ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में वीरता का परिचय देते हुए जिला जालौन से अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंका था। अदम्य वीरता का परिचय दिया था और इतना ही नहीं एक समय था जब पूरे बुंदेलखंड राज्य का संचालन जालौन नगर से ही होता था। समाजसेवियों ने कहा कि आज विडंबना यह है कि नगर जालौन तथा नगर की रानी ताई बाई के इतिहास का अस्तित्व समाप्त होता चला जा रहा है।रानी ताई भाई की याद में उनकी प्रतिमा नगर में लगवाई जाए तथा उनके नाम पर एक पार्क का निर्माण करवाया जाए जिससे जालौन नगर तथा रानी ताई बाई का इतिहास हमारी आगे आने वाली पीढ़ी भी जान सके और अपने आप में गर्व महसूस कर सकें। बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष प्रदुम्न दीक्षित इटहिया ने कहा की जिस भूभाग का इतिहास जितना श्रेष्ठ होता है। उस भू-भाग के निवासी उतने ही श्रेष्ठ और वीर होते हैं। आज जरूरत है अपने इतिहास को यादगार बनाने के लिए इसके लिए आगे आने वाले समय में स्टेचू ऑफ ताइवान मूवमेंट चलाया जाएगा और प्रत्येक स्थिति में रानी ताई बाई की प्रतिमा के लिए आंदोलन किया जाएगा क्योंकि जब हमारे नगर के इतिहास का अस्तित्व नहीं रहेगा तो हमारा क्या अस्तित्व होगा। नगरवासियों छविराम यादव, चंद्रशेखर विश्वकर्मा, नितिन पटेल , लखन भदोरिया, मोहम्मद अयूब, मोहम्मद आफताब,वसीम हक, जगदीश वर्मा, गोविंद राजपूत,संतोष कुमार सक्सेना , राजा भैया दोहरे, ताज मोहम्मद, मोहम्मद मुकीम आदि लोग की मांग 3 वर्ष बीतने के बाद भी अधूरी पड़ी है तथा पालिकाध्यक्ष के कार्यकाल को 9 माह का समय शेष रह गया है।