उरई

भेड़ी में मौरम पट्टाधारक ने षुरू किया बालू खनन का खेला, किसान भड़के

0 बीस से तीस फिट की गहराई तक मौरम खुदाई एनजीटी नियमों को दिखाया ठेगा
0 नदी में बाढ़ आयी तो दर्जनांे किसानों के खेत समा जायेंगे नदी में

सत्येन्द्र सिंह राजावत
उरई (जालौन)। कदौरा क्षेत्र के बेतवा नदी किनारे बसे भेड़ी के मौरम संख्या तीन के पट्टाधारक द्वारा मौरम खनन का ऐसा खेला किया कि पहले तो आम रास्ते को ही मटियामेट कर दिया और ऐसे कृत्य पर पट्टाधारक राना कंट्रक्शन पर लाखों रुपये का जुर्माना लगाने की प्रक्रिया खनिज दफ्तर द्वारा अमल में लायी जा रही है। लेकिन पट्टाधारक की स्वेच्छाचारिता यही तक आकर नहीं रुकी इसके बाद उसने भारी भरकम मशीनों से भेड़ी गांव के किसानों के खेतों से कुछ ही फिट की दूरी से 20 से लेकर 30 फिट की गहराई से बालू का उठान कर खुले तौर पर एनजीटी की नियमों को ही ठेगा दिखा दिया। पट्टाधारक के कृत्यों को देखकर गांव के किसानों में आक्रोश साफ तौर पर देखने को मिल रहा है।
गौरतलब हो कि जनपद के खनिज दफ्तर से जैसे ही राना कंक्ट्रेशन के नाम से भेड़ी में मौरम खंड संख्या तीन का पट्टा क्लीयर हुआ तो उसके कारिंदों ने भारी भरकम पाॅकलैंड मशीनों को मैदान में उताकर अंधाधुंध तरीके से मौरम खनन कराना शुरू कर दिया। पट्टाधारक ने सबसे पहले तो आम रास्ते के किनारे से लगभग 30 फिट की गहराई तक मौरम का खनन करवा डाला जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत प्रशासन के अधिकारियों से की तो डीएम के निर्देश पर खनिज दफ्तर की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति देखी तो वह स्वयं सकते में आ गये थे। इसके बाद पट्टाधारक पर लाखों रुपये के जुर्माने की कागजी प्रक्रिया अमल में लायी गयी। लेकिन पट्टाधारक के इरादे यहीं पर आकर नहीं रुके दूसरे दिन उसने पाॅकलैंड मशीनों को किसान बृजभान सिंह, बलराम सिंह, बच्चन सिंह व अरविंद के खेतों के समीप से मौरम खनन कर खुले तौर पर एनजीटी के नियमों को ही ताक पर रख दिया। किसानों का कहना है कि 20 से तीस फिट की गराई से मौरम खनन करने से भविष्य में जब भी नदी में जल स्तर बढ़ेगा तो हम लोगों के खेतों की मिट्टी बह जायेगी और खेत नदी में समाहित हो जायेंगे। फिर हम किसान अपने परिजनों का भरण पोषण कैसे कर सकेंगे यही चिंता हम लोगों को सताये जा रही है। पीड़ित किसानों का कहना था कि यदि समय रहते पट्टाधारक की मनमर्जी पर जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों ने रोक न लगायी तो वह गांव के मौरम खंड से पट्टाधारक के वाहनों को रोकने के लिये विवश होंगे जिसकी जिम्मेदारी भी जनपद के अधिकारियों की होेगी।
फोटो परिचय—
पट्टाधारक द्वारा मनमाने तरीके से किया गया मौरम खनन।

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