
रिपोर्ट अनुराग श्रीवास्तव संपादक सत्येन्द्र सिंह राजावत
जालौन (उरई)। नगर के मोहल्ला तोपखाना (बड़ी ताकिया) स्थित हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रतीक एवं इंसानियत का सदमार्ग दिखाने वाले सूफ़ी बुजुर्ग सैयद सुखचैन शाह की मजार पर होने वाले तीन रोजा सालाना उर्स के नातिया मुशायरा व मदारिया कांफ्रेंस के अलावा अंतिम दिन निकलने वाली चादर व गागर एवं लंगरे आम को लेकर जिम्मेदारियां दी गईं।
नगर में स्थित बड़ी तकिया मैदान के पासा बाबा सुखचौन शाह रह. अलैहि की दरगाह है। दरगाह पर उर्स को लेकर कमेटी के पदाधिकारी सादिक अली, अफ़रोज मस्टर, आकाश शाह ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी बाबा सुखचैन शाह का 70वां सलाना उर्स पाक बड़े ही शानो-शौकत के साथ मनाया जा रहा है। जिसमे 10 दिसंबर को मलंग सैयद बाबा मासूम अली की सरपरस्ती में नातिया मुशायरा व 11 दिसंबर को मदारिया कांफ्रेंस होगी। जिसमे शहंशाहे तरन्नुम फाजिले साउथ अफ्रीका मुफ़्ती सैयद शजर अली मदारी व ख़ातिबे अहले सुन्नत हजरत अल्लामा मौलाना मुफ़्ती मुहम्मद जफ़र नूरी के अलावा अन्य नामनीच शायर एवं उलमाए इकराम तशरीफ लाएंगे। वही कार्यक्रम के अंतिम दिन 12 दिसंबर को बाबा सुखचैन शाह की चादर व गागर को नगर के विभिन्न मार्गों से होकर निकाला जाएगा। इसके बाद बाबा के अस्ताने पर काजी-ए-शहर साबिर अली के द्वारा मुल्क की सलामती के लिए दुआएं मांगी जाएंगी। अंत में लंगर-ए-आम का इंतजाम होगा। जिसके लिए कमेटी के पदाधिकारी रहीश शाह, जाकिर शाह, नसीम शाह, नईम शाह, अनीस शाह, अजमेरी शाह, माजिद शाह को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।