अनुराग श्रीवास्तव के साथ बबलू सिंह सेंगर महिया खास
जालौन (उरई)। निरंतर हो रही रिमझिम बारिश के चलते जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त हुआ। लगातार हो रही बारिश से किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंची। रिमझिम बारिश से ग्रामीण क्षेत्र की अधिकांश गलियां कीचड़ में तब्दील हुई। लोगों और खासतौर पर बच्चों का घरों से निकलना बंद हुआ।
पिछले 5 दिनों से मौसम में बदलाव के चलते रूक रूककर बारिश हो रही है। लगातार हो रही बारिश से नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बारिश के चलते एक ओर जहां दुकानों पर ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं। वहीं बारिश के चलते किसानों के माथे पर भी चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। किसान गजेंद्र सिंह, लोकेंद्र सिंह, अरूण कुमार, वीरेंद्र सिंह, श्यामू आदि का कहना है कि एक दो दिन की बारिश तो फसल के लिए सही थी। लेकिन अब होने वाली बारिश फसल के लिए नुकसान देह है। खासतौर पर नगर व ग्रामीण क्षेत्र में मटर की फसल होती है। बारिश के चलते मटर की फसल का जमीन पर बिछने का खतरा है। जिससे फलियां नष्ट होने की आशंका है। उधर, ग्रामीण क्षेत्र में जिन गांवों में सीसी रोड नहीं है वहां गलियों में कीचड़ नजर आ रहा है। कीचड़ होने से ग्रामीण बिना किसी जरूरी काम के कीचड़ में जाने से कतरा रहे हैं।