
बबलू सेंगर महिया खास
जालौन। खनुआं गांव की सफाई व्यवस्था बदहाल है, स्कूल जाने के रास्ते में कीचड़ से बच्चों को परेशानी हो रही है। सरकार जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही तस्वीर पेश कर रही है।
विकासखंड जालौन के ग्राम खनुआं में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। गांव की गलियों से लेकर स्कूल परिसर तक गंदगी और जलभराव का आलम है। इससे न सिर्फ आमजन, बल्कि छोटे-छोटे स्कूली बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गांव के राशिद मंसूरी, मम्मू खान, देवेंद्र, तेज सिंह पचाल, सुरेश कुमार, मनीष पचौरी आदि ने बताया कि गांव में सफाईकर्मी नियमित नहीं आते हैं। नालियां गंदगी से भरी पड़ी हैं, गलियों में कीचड़ जमा है और जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। बरसात के दिनों में स्थिति और भी खराब हो गई है। सबसे अधिक परेशानी गांव के स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को हो रही है। स्कूल जाने वाले रास्ते में जलभराव और कीचड़ के कारण बच्चों को आने-जाने में मुश्किल हो रही है। गंदगी और नमी के कारण मच्छर और अन्य संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई है। ग्रामीणों ने डीएम से मांग की है कि तत्काल गांव में सफाई व्यवस्था को बहाल किया जाए। विशेष रूप से स्कूल परिसर में प्राथमिकता के आधार पर सफाई कराई जाए और जल निकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि बच्चों को सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण मिल सके।