0 कोतवाल बोले डीएम, एसपी को भेजेंगे जांच आख्या
कालपी(जालौन)। कालपी में यमुना नदी के ऊपर बना यमुना पुल सुसाइड प्वॉइंट बन चुका है। घरेलू कलह या किसी बात को लेकर अनबन होने पर लोग यमुना पुल के कूदकर मौत को गले लगा लेते हैं। बीते डेढ़ माह में अलग-अलग स्थानों के चार लोगों ने आत्महत्या की है। जिसको लेकर पुलिस भी परेशान है।
नगर में यमुना नदी पर बने दो पुल लोगों के लिए सुसाइड प्वॉइंट बन चुके हैं। जहां लोग आसानी से पुल के ऊपर से नदी में कंूदकर यमुना की गहराई में समा जाते हैं, जिसके बाद पुलिस व गोताखोर उनकी तलाश में परेशान रहते हैं। गोताखोर जाल आदि डलवाने के बाद ही उनके शव को कड़ी मशक्कत के बाद बरामद कर पाते हैं। जिसमें पुलिस का समय भी बर्बाद होता है। प्रशासन को इस समस्या के समाधान के लिए कारगर उपाय करने होंगे। जल्द ही कोतवाली पुलिस द्वारा जिलाधिकारी को पत्र भेजकर यमुना पुलों की रेलिंग के ऊपर जाली लगवाने का अनुरोध किया जाएगा। जिससें हादसों में रोक लगाई जा सकें। पहली घटना 5 फरवरी को पुखरायां के अम्बेडकर नगर निवासिनी रामकली पत्नी स्व. सीताराम ने यमुना पुल से कंूदकर आत्महत्या कर ली थी। दूसरी घटना 22 फरवरी को जालौन निवासी जुल्फिकार ने यमुना पुल से कूंदकर आत्महत्या कर ली थी। तीसरी घटना 20 मार्च को कानपुर बेकनगंज निवासी 19 वर्षीय उवैश यमुना में डूब गया था जिसका शव पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद निकलवाया था। चाथी घटना 22 मार्च को कालपी के मुहल्ला इंद्रानगर निवासिनी 19 वर्षीय शबनम ने भी यमुना नदी में कंूदकर आत्महत्या कर ली थी।
कोतवाल संतोष सिंह ने बताया कि बीते माह में तीन लोगों ने यमुना पुल से कूदकर आत्महत्या की है। यमुना पुल एक तरह से सुसाइट प्वॉइंट बन गया है, इसको लेकर चैकी प्रभारी से रिपोर्ट मांगी गई है। जो कि पुल की रेलिंग के ऊपर जाली लगवाने के लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को प्रेषित की जायेगी। जाली लग जाने से जहां पुल के ऊपर से लोग आत्महत्या नहीं कर पाएंगे। वहीं यमुना नदी में लोग कूड़ा करकट भी पुल से नहीं फेंक पाएंगे तथा पुलिस का भी मूल कार्य प्रभावित नहीं होगा।
फोटो परिचय—
यमुना पुल पर बने पुल।