राकेश कुमार
माधौगढ़(जालौन) सीएचसी माधौगढ़ में अल्ट्रासाउंड मशीन एवं अधिक सुविधा न होने के कारण एवं डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को ढंग का उपचार भी नही मिल पा रहा है जिस कारण कस्बे में झोलाछापों की तादात भी बढ़ गयी है एक प्रकार से यदि देखा जाये तो मरीजों की हालत जरा भी बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है या फिर उन्हें अपनी जान से हाथ धोना पढ़ता है सीएचसी में प्रतिदिन ओपीडी में 500 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते है एक डॉक्टर होने पर उन्हें घंटो इंतजार करना पढ़ता है तो वहीं यह भी है कि अस्पताल में जाँच की व्यवस्था भी मशीनों के अभाव में शून्य है क्योंकि अधिकांश मरीजों को जाँच के लिए बाहर पैथोलोजी पर जाना पढ़ता है तहसील स्तर पर मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ सेवा देने के लिए बनाया गया अस्पताल लगड़ी हालत में है क्योंकि नॉर्मल मरीज ही इस अस्पताल में उपचार ले पा रहे है अन्य किसी रोग विशेषज्ञों की कमी मरीजों को खल रही है सीएचसी में एक्सरा मशीन तो लगी है लेकिन वह भी जब तब ही चालू रहती है फिलहाल में एक्सरा के बाद भी किसी विशेषज्ञ को देखाने के लिए डॉक्टर का अभाव है जिस कारण मरीजों को परेशानी उठानी पढ़ती है। एक दिलचस्प बात यह भी है कि माधौगढ़ में सीएचसी की बिल्डिंग अच्छी रूप में तैयार है लेकिन अब तक कई वार्डो को चालू भी नही करवाया है खस्ता हाल में पड़ा अस्पताल मरीज व तिरमदारों के लिए परेशानी बना हुआ है।
स्वास्थ सेवा को लेकर जब प्रभारी कुलदीप राजपूत से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि अस्पताल में डॉक्टरों में अभाव को लेकर विभाव को कई लेटर दिये गये लेकिन अब तक इस कमी को पूरा नही किया जा सका है। अस्पताल में सभी प्रकार की फिलहाल तो सभी दवाएं उपलब्ध रहती है लेकिन फिर जरूरत के तौर पर कमी पढ़ने पर दवा बाहर से मगानी पढ़ती है। रिपोर्ट न्यूज़ इंडिया स्नेहलता