कालपी(जालौन)। कभी दिन एवं रात में रौनक बिखेरने वाला कालपी का नुमाइश ग्राउंड अतिक्रमणकारियों के बढ़ते हौसले के कारण कूड़े करकट के ढेर में तब्दील हो गया है।
मालूम हो कि नुमाइश ग्राउंड में हर साल पूरे 1 महीने तक कालपी विकास प्रदर्शनी एवं मेले का आयोजन धूम धाम पूर्वक मकर संक्रांति पर्व के अवसर पर कराया जाता था। नगर सेठ स्वर्गीय मुन्ना लाल गुप्ता के संयुक्त में आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में दूरदराज के कलाकार नौटंकी, खेल, तमाशा, झूले के माध्यम से जनता को मंत्रमुग्ध किया करते थे। रात दिन पूरा मैदान रोशनी तथा सजावट में गुलजार रहता था। लेकिन समय के साथ ही प्रदर्शनी ग्राउंड में ग्रहण लगना शुरू हो गया। पहले समाज कल्याण विभाग ने प्रदर्शनी ग्राउंड में गृह उद्योगों को स्थापित करने के लिए मुफ्त में भूखंड आवंटित करा दिये गये। दिलचस्प बात यह रही कि भूखंडों में उद्योग को स्थापित नहीं हुये लेकिन नियम विरूद्ध तरीके से दुकानों तथा मार्केट का निर्माण जरूर करा लिया गया।
फल स्वरूप प्रदर्शनी ग्राउंड व्यवसाय क्षेत्र बन गया इतना ही नहीं कालपी बाजार का तमाम कूड़ा करकट भी प्रदर्शनी ग्राउंड में फेंका जाने लगा। जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण मैदान में गंदे पानी का जमाव इकट्ठा हो गया। प्रदर्शनी का मैदान दलदल तथा कीचड़ में तब्दील हो चुका है। कीचड़ से उठने वाली बदबू के कारण आसपास के लोगों का जीना हराम हो गया है पड़ोस में रहने वाले हर भूषण सिंह चैहान, सुरेश सिंह आदि ने बतलाया की कीचड़ से उसने वाली बीमारियों के कारण हम लोगों के परिवारों के लिए रहना मुश्किल पड़ गया है। उन्होंने गंदगी को साफ करने तथा मैदान से कीचड़ करकट हटवाने की मांग उठाई।